Punjab News: पंजाब के अमृतसर में आज सुबह एक हिंदू मंदिर के बाहर धमाका हुआ। बाइक सवार 2 युवकों ने खंडवाला इलाके में ठाकुर शेरशाह सूरी रोड पर बने ठाकुरद्वारा मंदिर के बाद ग्रेनेड फेंककर विस्फोट किया। हमले के दौरान मंदिर के पुजारी अंदर ही थे। इस हमले की एक CCTV फुटेज सामने आई है, जिसमें बाइक सवार 2 युवक नजर आ रहे हैं।
उनके हाथ में एक झंडा भी दिखा। वे बाइक रोककर मंदिर के बाहर खड़े होते हैं और एक चीज फेंककर फरार हो जाते हैं। उनके जाते ही जोरदार धमाका हो जाता है। वारदात रात के करीब साढ़े 12 बजे अंजाम दी गई। अमृतसर पुलिस ने हमले की जांच शुरू कर दी है। पता लगाया जा रहा है कि हमलावर कौन थे? यह किस तरह का हमला था और क्यों किया गया था?
धमाके की आवाज से टूटे शीशे-खिड़कियां
एक वकील किरणप्रीत सिंह ने धमाके की जानकारी देते हुए बताया कि रात करीब साढ़े 12 बजे 2 लोग बाइक पर आए। ठाकुर द्वार मंदिर के बाहर रुके। रेकी की और मंदिर पर ग्रेनेड फेंककर फरार हो गए। धमाका इतना शक्तिशाली था कि आस-पास की इमारतों पर भी इसका असर पड़ा। उनकी खिड़कियां और सब कुछ टूट गया। पुलिस मौके पर पहुंची औ सबूत जुटाए, जिनके अनुसार, यह एक ग्रेनेड अटैक था। धमाके की आवाज सुनकर आस-पास रहने वाले लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। मंदिर के पुजारी भी बाहर आए। हालांकि विस्फोट से किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन इस धमाके से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
नवंबर 2024 से लगातार हो रहे हमले
24 नवंबर 2024 को अजनाला थाने को IRD लगाकर उड़ाने का प्रयास किया गया था।
26 नवंबर 2024 को अमृतसर में ही 6 महीने से बंद पड़ी पुलिस चौकी के बाहर हैंड ग्रेनेड से धमाका किया गया।
2 दिसंबर 2024 को नवांशहर में काठगढ़ पुलिस चौकी पर हैंड ग्रेनेड फेंका गया है, लेकिन फटा नहीं।
4 दिसंबर 2024 को मजीठा थाने में रात को जोरदधार धमाका हुआ था, जिसमें 2 पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।
12 दिसंबर 2024 को बटाला के थाना घनिए के बांगर के बाहर हैंड ग्रेनेड फेंका गया, लेकिन फटा नहीं।
17 दिसंबर 2024 को अमृतसर में रिहायशी इलाके इस्लामाबाद में पुलिस थाने में सुबह 3.10 बजे धमाका हुआ।
19 दिसंबर 2024 को गुरदासपुर के गांव बख्शीवाल में 20 दिन पहले ही बंद की गई पुलिस चौकी में धमाका हुआ।
20 दिसंबर 2024 को गुरदासपुर के गांव वडाला के बांगर में बंद पुलिस चौकी में धमाका हुआ।
9 जनवरी 2025 को अमृतसर की गुमटाला चौकी पर ग्रेनेड अटैक हुआ।
इसके बाद अब तक कई हमले पंजाब में अलग-अलग जगहों पर हो चुके हैं।