Punjab: पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह की फरारी के बाद से अब तक 200 के ऊपर आरोपियों को पकड़ा है। वहीं, उसके चाचा समेत 5 आरोपियों को असम के डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया है। खूफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि अगर इन आरोपियों को डिब्रूगढ़ शिफ्ट न किया जाता तो फिर से 'अजनाला कांड' हो सकता था।
रिपोर्ट में कहा गया कि संभव है कि जेल में बंद अन्य अपराधी आनंदपुर खालासा फौज से भी जुड़े हों। अमृतपाल के प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस से भी संबंध हैं, जो अब उसके समर्थन में खुलकर आ गए हैं।
क्या है अजनाला कांड?
पंजाब के अमृतसर स्थित अजनाला पुलिस ने फरवरी में अमृतपाल के एक साथी लवप्रीत तूफान को अरेस्ट किया था। मामला मारपीट और धमकाने का था। 23 फरवरी को अमृतपाल ने अपनी आनंदपुर खालसा फौज लेकर थाने पर धावा बोल दिया। जमकर तोड़फोड़ हुई। पुलिस पर पथराव किया गया।
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इसके बाद अमृतपाल को रिहा करना पड़ा था। पुलिस ने अमृतपाल के एक पूर्व करीबी वरिंदर सिंह की शिकायत पर अजनाले थाने में केस दर्ज किया था। इसी केस में अजनाला पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची थी, लेकिन वह फरार हो गया।
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