पटना: नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान से मिलकर 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि 48 घंटों के अंदर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। ये आठवीं बार होगा जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
इससे पहले नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल फागू चौहान ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। नीतीश ने राज्यपाल को 156 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा है। उधर, राबड़ी देवी के आवास पर तेजस्वी के साथ मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता चुन लिया गया है। तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को महागठबंधन के विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है।
कब-कब नीतीश कुमार बने मुख्यमंत्री
पहली बार- तीन मार्च 2000
दूसरी बार- 24 नवंबर 2005
तीसरी बार- 25 नवंबर 2010
चौथी बार- 22 फरवरी 2015
पांचवीं बार- 20 नवंबर 2015
छठी बार- 27 जुलाई 2017
सातवीं बार- 25 नवंबर 2020
आठवीं बार- अगले 48 घंटों के अंदर बनेगे
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नीतीश कुमार ने कहा कि सात पार्टी एक साथ है। विधानसभा में 164 विधायक और एक निर्दलीय हमारे साथ हैं। हमलोग एक साथ मिलकर बिहार के लोगों की सेवा करेंगे। नीतीश ने कहा कि सभी साथी विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को दे दिया है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बार-बार नीतीश कुमार बिहार की जनता के जनादेश का अपमान करते हैं। पीएम मोदी के प्रचार के बदौलत एनडीए की जीत हुई थी। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नीतीश को परेशान कर रही थी तो वे दो साल से क्यों रूके हुए थे, सरकार नहीं बनाते।
बिहार की जनता ने विधानसभा चुनावों के दौरान उसी गठबंधन को वोट दिया था जिसकी अब सरकार बनने जा रही है। पिछली सरकार (भाजपा-जदयू सरकार) लोगों के जनादेश के अनुसार नहीं थी, अब केवल राज्य सरकार लोगों के जनादेश के अनुसार होगी: शरद यादव
नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव राजभवन पहुंच गए हैं। नीतीश कुमार राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव ने 156 विधायकों का समर्थन पत्र सौंप दिया है।
बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया है। जो कुछ हुआ है वह बिहार के लोगों के साथ धोखा है। जायसवाल ने कहा कि हमने एनडीए के तहत 2020 का चुनाव एक साथ लड़ा, जनादेश जेडी-यू और बीजेपी के लिए था, इसके बावजूद हमने और सीटें जीतीं, नीतीश कुमार को सीएम बनाया गया। आज जो कुछ भी हुआ वह बिहार के लोगों और भाजपा के साथ विश्वासघात है।
नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव थोड़ी देर में एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे।
इस्तीफा देने के बाद राबड़ी आवास पहुंचे नीतीश
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जदयू विधायक दल की बैठक में सभी ने एनडीए से अलग होने का फैसला किया। हालांकि उन्होंने बीजेपी के साथ दोस्ती क्यों तोड़ी, इसपर उन्होंने कहा कि बाद में बताएंगे। इसके बाद नीतीश कुमार राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे। यहां तेजस्वी यादव के साथ उन्होंने बैठक की। उधर, जीतन राम मांझी के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने नीतीश कुमार और महागठबंधन को बिना शर्त समर्थन देने का फैसला किया है।
भाजपा नेता बोले- जब नाश मनुज पर छाता है...
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद अश्विनी चौबे ने कहा कि जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। इससे पहले नीतीश कुमार ने इस्तीफा देने के बाद राजभवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने इस्तीफा दे दिया है जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है। सभी लोगों की इच्छी थी कि हमलोग एनडीए से अलग हो जाएं। हालांकि भाजपा की ओर से क्या परेशानी है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि बता देंगे।
बिहार विधानसभा में सीटों की स्थिति
विधानसभा की कुल सीटें - 243 (अनंत सिंह की सदस्यता खत्म होने के बाद अभी कुल - 242)