Maharashtra News: दिल्ली में आयोजित मराठी साहित्य सम्मेलन में एनसीपी (शरद) सुप्रीमो शरद पवार और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे एक मंच पर नजर आए थे। इस मौके पर शरद पवार ने एकनाथ शिंदे को महादजी शिंदे राष्ट्र गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया था। इसको लेकर महा विकास अघाड़ी में सवाल उठने लगे हैं। शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि शरद पवार को ऐसा नहीं करना चाहिए था।
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राज्य की राजनीति अलग दिशा में जा रही है, राजनीति में कौन किसके साथ है, फिलहाल समझना मुश्किल हो रहा है? शरद पवार को एकनाथ शिंदे के कार्यक्रम में नहीं जाना चाहिए था। राउत ने कटाक्ष किया कि शरद पवार ने एकनाथ शिंदे नहीं, अमित शाह का सत्कार किया है। मराठी साहित्य सम्मेलन के नाम पर किसी का भी सत्कार किया जा रहा था। बता दें कि कार्यक्रम के दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की जमकर तारीफ की थी।
क्या एक होगा पवार परिवार?
ठाणे के विकास को लेकर शरद पवार ने एकनाथ शिंदे को श्रेय दिया तो शिंदे ने कहा कि पवार को राजनीतिक गुगली फेंकने के लिए जाना जाता है, लेकिन उन्होंने मेरे खिलाफ कभी गुगली नहीं फेंकी। अब सवाल ये है कि क्या महा विकास अघाड़ी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है? शरद पवार असहज महसूस कर रहे हैं। दरअसल शरद पवार के परिवार में अब सब कुछ नॉर्मल हो रहा है। कुछ समय पहले अजित पवार और उनकी पत्नी ने शरद पवार का आशीर्वाद लिया था। सुप्रिया सुले और सुनेत्रा पवार साथ दिखी थीं।
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सूत्रों के मुताबिक एनसीपी के ज्यादातर नेता चाहते हैं कि दोनों पार्टियां साथ आ जाएं और शरद पवार मार्गदर्शन करें। विधानसभा चुनाव के दौरान सीट शेयरिंग के लिए भी दोनों में कई बार बात हुई थी। MVA की मीटिंग से भी शरद पवार नाखुश थे। शरद पवार के बड़े उद्योगपतियों से भी अच्छे रिश्ते हैं, जिन पर कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के नेता हमला करते रहते हैं। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से उप मुख्यमंत्री अजित पवार की अच्छी नजदीकियां हैं। उसके उलट देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच कोल्ड वार की खबरें आती रहती हैं।
उद्धव और फडणवीस की हो चुकी मुलाकात
एकनाथ शिंदे के कई प्रस्ताव मुख्यमंत्री गिरा चुके हैं, हाल ही में राज्य की आपदा प्रबंधन समिति का गठन हुआ था, जिसके मुखिया मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हैं। उसमें एकनाथ शिंदे को शहरी विकास मंत्रालय होने के बावजूद शामिल नहीं किया गया। इसके बाद खबरें आई थीं कि एकनाथ शिंदे नाराज हैं। बाद में कैबिनेट की बैठक बुलाकर विशेष नियमों के तहत कमेटी में एकनाथ शिंदे को शामिल किया गया था। उधर, उद्धव ठाकरे की शिवसेना की नजदीकियां भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बढ़ती जा रही हैं। उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात भी कर चुके हैं, जोकि एकनाथ शिंदे को पसंद नहीं है।