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किसी की उंगली कर दी अलग, किसी का चीर डाला गाल : मुंबई में 24 घंटे में 16 लोगों को कुत्तों ने काटा

सड़क, फुटपाथ, यहां तक कि सोसाइटी कंपाउंड में भी कुत्तों ने लोगों का चलना मुश्किल कर दिया है. (पढ़ें- राहुल पांडे की रिपोर्ट)

गोरेगांव इलाके में आवारा कुत्तों ने 24 घंटे में 16 लोगों पर हमला कर गंभीर रूप में जख्मी कर दिया.

महाराष्ट्र में तेंदुओं के बाद अब आवारा कुत्तों का जमकर आतंक देखने को मिल रहा है. राजधानी मुंबई से लेकर उप-राजधानी नागपुर में आवारा कुत्तों के हमले से लोगों में डर का माहौल है. मुंबई के गोरेगांव इलाके में आवारा कुत्तों ने 24 घंटे में 16 लोगों पर हमला कर गंभीर रूप में जख्मी कर दिया. मुंबई के पास ठाणे के अंबरनाथ में कुत्तों का खतरा बढ़ गया है. गुरुवार के दिन अंबरनाथ के बालाजी नगर में एक दिन में एक आवारा कुत्ते ने हमला कर 8 लोगों को घायल कर दिया. पिछले कुछ वर्षों में आवारा कुत्तों के हमले के मामले मुंबई और महाराष्ट्र में काफी बढ़े हैं. महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में लिखित जवाब देते हुए कहा कि साल 2024 में बीएमसी के क्षेत्र में 1.28 लाख लोगों को कुत्तों ने काटा है.

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पैदल चलना हुआ मुश्किल

सड़क, फुटपाथ, यहां तक कि सोसाइटी कंपाउंड में भी कुत्तों ने लोगों का चलना मुश्किल कर दिया है. बच्चे भी डर की वजह से घर से बाहर नहीं आ पाते. गोरेगांव, ठाणे के अंबरनाथ, मालेगांव और नागपुर में कुत्तों ने आतंक मचा रखा है. कुत्तों के हमलों की तस्वीर CCTV कैमरे में भी कैद हुई है. दो सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई हैं, जिनमें से एक में दिख रहा है कि साइकिल चलाते समय एक छोटे बच्चे पर कुत्ते ने हमला कर दिया. वहीं, दूसरी फुटेज में एक कुत्ता सिक्योरिटी गार्ड पर हमला करते हुए नजर आ रहा है.

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कुछ महिलाओं और पुरुषों पर हमले की विभत्स तस्वीरें भी सामने आई हैं. एक शख्स की हाथ की उंगली काटकर ही अलग कर दी. जबकि एक तस्वीर में एक युवक के नाक पर जख्म दिख रहा है. वहीं, एक तस्वीर में महिला का पूरा गाल चीरा हुआ है.

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कुत्तों के हमले बढ़ने पर पशु प्रेमियों ने सरकार और नगरपालिका प्रशासन को निशाने पर लिया है. पशु प्रेमी माधवी चतुर्वेदी का कहना है कि इसमें जानवर की गलती नहीं है, गलती सरकार की है कि वो समय पर नसबंदी नहीं कराते. इनके लिए
शेल्टर बनाने का बजट आ रहा है, लेकिन वो पैसा जा कहां रहा है.

विधानसभा में उठा मामला

आवारा कुत्तों के हमलों का मामला नागपुर में विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी उठाया गया. प्रश्नकाल के दौरान विधायक अतुल भातखलकर और विधायक सुनील प्रभु ने कार्रवाई करने का आग्रह किया. इस पर BJP विधायक महेश लांडगे ने टिप्पणी की. उनका कहा था कि कुछ जानवर-प्रेमी संगठन या लोग कुत्तों को पकड़ने और नसबंदी के काम में रुकावट डालते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में पुणे शहर में एक लाख से ज्यादा लोगों को कुत्तों ने काटा है.

मुंबई में 90,000 आवारा कुत्ते

मुंबई में करीब 90,000 आवारा कुत्ते हैं. लेकिन नगर निगम के पास उनके लिए सिर्फ 8 शेल्टर हैं. सभी म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन को मिलाकर करीब 12 लाख कुत्ते हैं. और उनके लिए शेल्टर हैं सिर्फ 105 हैं. कुत्तों को पकड़ने, ठीक से रखने या नसबंदी करने की कोई जगह नहीं है. प्रशासन अब वैक्सीनेशन, शेल्टर होम बढ़ाने पर जोर देने का विचार कर रही है.


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