TrendingPollutionLionel MessiGoa

---विज्ञापन---

महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन लोटस’ का डर, BJP के दावे के बाद MVA में खलबली

Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की सरकार बनने के बाद एमवीए को अब ऑपरेशन लोटस का डर सता रहा है। बीजेपी के प्रदेश अध्‍यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा पार्टी एमवीए के पांच से छ सांसद हमारे संपर्क में है। उनके इस बयान पर कांग्रेस अध्‍यक्ष नाना पटोले ने पलटवार किया है।

Operation Lotus in Maharashtra
Operation Lotus in Maharashtra: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं महायुति अब स्थानीय इकाई अब चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है तो महाविकास अघाड़ी में हार को लेकन चिंतन चल रहा है। ऐसे में महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने दावा किया है की महाविकास अघाड़ी के कुछ सांसद हमारे संपर्क में है, इस दावे के बाद सूबे की राजनीति में ऑपरेशन लोटस की चर्चा जोरो पर है। वही इस दावे को खारिज करते हुए कांग्रेस अध्‍यक्ष नाना पटोले ने कहा भ्रष्टाचार के रास्ते से मिले हुए पैसों के दम पर लोकतंत्र खरीदने का प्रयास ऑपरेशन लोटस है। नाना पटोले ने आगे कहा लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा, केंद्र में सत्ता स्थापित करने के लिए बीजेपी को सहयोगी दलों की मदद लेनी पड़ी। ऐसे में बीजेपी के वरिष्‍ठ लोकसभा सदस्‍य ऑपरेशन लोटस के लिए प्रयास कर रहे हैं। वहीं इसके जवाब में बीजेपी अध्‍यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा पार्टी से सपोर्ट ना मिलना और पार्टी के मुखिया द्वारा ध्यान नहीं देने के कारण चुनाव क्षेत्र की समस्‍या के समाधान नहीं होने से एमवीए के सांसद नाराज हैं और सत्तारूढ़ महायुति के साथ जाना चाहते हैं, इससे चुनाव क्षेत्र का विकास होगा और जनता की समस्‍याएं हल होगी, ऐसा विपक्षी सांसद सोचते है। ये भी पढ़ेंः  महाराष्ट्र में अब मंत्रिमंडल पर फंसा पेच, फडणवीस-पवार के साथ दिल्ली क्यों नहीं गए शिंदे?

एमवीए के 6 सांसद बीजेपी के संपर्क में

सूत्रों की माने तो महाविकास अघाड़ी के 5 से 6 सांसद बीजेपी के संपर्क में है, केंद्र में मंत्री पद या अन्य कोई जिम्मेदारी का आश्वासन मिलता है तो यह सांसद इस्तीफा देकर चुनाव का सामना करने की तैयारी में है। ऑपरेशन लोटस पर शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा बीजेपी ऑपरेशन लोटस का इस्तेमाल कर सकती है, क्योंक‍ि उसके पास बहुत पैसा और यंत्रणा है, इससे पहले भी उन्होंने लोग तोड़े है। एकनाथ शिंदे और अजीत पवार यह लोग क्यों भागे, यह डर के कारण गए है। यह ऑपरेशन लोटस नहीं बल्कि ऑपरेशन डर है। ये भी पढ़ेंः देवेंद्र फडणवीस-अजित पवार का दिल्ली दौरा, कैबिनेट विस्तार पर चर्चा, क्यों नहीं बुलाए गए शिंदे?


Topics:

---विज्ञापन---