देश में कई एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। बीते दिन कैबिनेट की मीटिंग हुई, जिसमें महाराष्ट्र में 6-लेन एक्सेस-नियंत्रित ग्रीनफील्ड हाई-स्पीड नेशनल हाईवे को मंजूरी दी गई। यह नेशनल हाईवे JNPA पोर्ट (पगोटे) से चौक तक (29.219 किमी) बनाया जाएगा। इस परियोजना को बिल्ड, ऑपरेट एंड ट्रांसफर (BOT) मॉडल के तहत विकसित किया जाएगा, जिसकी कुल पूंजी लागत 4500.62 करोड़ होगी। इस हाईवे से एक अन्य एक्सप्रेसवे और एक हाईवे को भी जोड़ा जाएगा। जानिए सरकार का इस परियोजना को लेकर पूरा क्या प्लान है?
दो एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा यह हाईवे
JNPA जो कि देश का सबसे बड़ा कंटेनर पोर्ट है, उसकी कनेक्टिविटी के लिए 4500.62 करोड़ रुपये में 6 लेन हाईवे बनाने का ऐलान किया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट JNPA बंदरगाह (NH 348) (पगोटे गांव) से शुरू होगा, जो मुंबई-पुणे राजमार्ग (एनएच-48) पर खत्म होगा। इसके अलावा, यह मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे और मुंबई-गोवा नेशनल हाईवे (एनएच-66) को जोड़ने का काम भी करेगा। अभी महाराष्ट्र के पलास्पे फाटा, डी-पॉइंट, कलंबोली जंक्शन, पनवेल जैसे शहरी क्षेत्रों में भारी भीड़ होती है, जिसके कारण JNPAपोर्ट से एनएच-48 के धमनी स्वर्णिम चतुर्भुज (जीक्यू) खंड और मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे तक गाड़ियों को जाने में 2-3 घंटे का समय लगता है।
ये भी पढ़ें: दिशा सालियान मौत मामले की जांच समीर वानखेड़े से कराने की मांग, पिता ने हाई कोर्ट में दायर की याचिका
कब तक पूरा होगा हाईवे का काम?
अश्विनी वैष्णव ने परियोजना को पूरा करने का का समय भी बताया। उन्होंने कहा कि इस हाईवे में 6 मेजर ब्रिज और 5 माइनर ब्रिज होंगे, इसके अलावा 2 टनल भी बनाई जाएंगी। जिसमें से पहली टनल 1.9 किलोमीटर की रहेगी, तो दूसरी टनल की लंबाई 1. 57 किलोमीटर होगी। इस प्रोजेक्ट को 30 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यानी आने वाले ढाई साल में इस हाईवे को जोड़ने वाले इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद पोर्ट तक आसानी से सामान पहुंचाया जा सकेगा।
सरकार देशभर में बड़े और छोटे बंदरगाहों को बुनियादी ढांचे से जोड़ने वाली सड़क का निर्माण कर रही है। जेएनपीए बंदरगाह पर कंटेनर की संख्या में बढ़ोतरी और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के साथ, इस क्षेत्र में नेशनल हाईवे की कनेक्टिविटी को बढ़ाने की जरूरत को पूरा किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें: नागपुर हिंसा के तीसरे दिन पुलिस का कॉम्बिंग ऑपरेशन, संदिग्धों की धरपकड़ जारी; उपद्रवियों को किसने बचाया?