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Mumbai का अनोखा मामला: दांतों की ‘चमक’ बनी मुसीबत, हत्थे चढ़ा 16 साल से फरार ‘नटवरलाल’

Mumbai: मुंबई में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने 16 साल से फरार चल रहे ठग को एलआईसी एजेंट बनकर पकड़ा है। आरोपी की पहचान प्रवीण आशुभा जडेजा उर्फ प्रविणसिंह उर्फ प्रदीप सिंह आशुभा जडेजा के रुप में हुई है। दिलचस्प बात यह है कि प्रवीण के लिए उसके चमकदार दांत मुसीबत […]

ठगी के आरोपी की 16 साल बाद गिरफ्तारी हुई है। पुलिस एलआईसी एजेंट बनकर उस तक पहुंची थी।
Mumbai: मुंबई में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने 16 साल से फरार चल रहे ठग को एलआईसी एजेंट बनकर पकड़ा है। आरोपी की पहचान प्रवीण आशुभा जडेजा उर्फ प्रविणसिंह उर्फ प्रदीप सिंह आशुभा जडेजा के रुप में हुई है। दिलचस्प बात यह है कि प्रवीण के लिए उसके चमकदार दांत मुसीबत बन गए। जब पुलिस उसके पास एलआईसी एजेंट बनकर पहुंची और बात कर रही थी तो वह हंस पड़ा। तभी उसके दो सोने के दांत दिख गए और पुलिस ने उसे धर दबोचा। यह पूरा मामला आरएके मार्ग पुलिस स्टेशन का है। पुलिस इंस्पेक्टर क्राइम लीलाधर पाटिल ने बताया कि जडेजा की गिरफ्तारी सहायक पुलिस निरीक्षक महेश लमखाड़े और उनकी टीम ने की है। और पढ़िए –Rajasthan Hindi News: जोधपुर पहुंचे बेनीवाल, बोले- राज्य का बजट अच्छा, योजनाओं के क्रियान्वयन पर जताया संदेह

2007 में 40 हजार रुपए लेकर भागा था

लीलाधर पाटिल ने बताया कि 37 साल का प्रवीण 2007 में सेल्समैन था। वह परेल में कपड़े की दुकान पर काम करता था। दुकान मालिक ने 28 जुलाई 2007 को उसे 40 हजार रुपए दूसरे व्यापारी को देने के लिए दिए थे। लेकिन प्रवीण की नीयत पैसे पर खराब हो गई। उसने रुपए से भरा बैग घर में छिपा दिया और मालिक के सामने झूठी चोरी की कहानी बना दी। उसने बताया कि रास्ते में उसे टॉयलेट लगी थी, वह शौचालय गया। जहां उसका बैग चोरी हो गया। दुकान मालिक ने प्रवीण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जांच की तो मामला खुल गया। प्रवीण को गिरफ्तार किया गया। लेकिन तीन दिन बाद जमानत मिलने के बाद वह फरार हो गया। तब से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। और पढ़िए –Uttrakhand News: प्रतियोगी परीक्षा अध्यादेश को राज्यपाल ने दी मंजूरी, उम्रकैद की सजा समेत किए गए हैं ये प्रावधान

पैसों के लालच में पड़ा ठग, ऐसे पकड़ा गया

पुलिस के अनुसार, प्रवीण ने अपनी पहचान छिपाई थी। वह नए नामों से रह रहा था। उसने अपना ठिकाना मुंबई से गुजरात के कच्छ में बनाया था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने प्रवीण को पकड़ने का जाल बिछाया। प्रवीण को पुलिस ने एलआईसी एजेंट बनकर मुंबई बुलाया। उसे बताया गया कि उसकी एक एलआईसी पॉलिसी मेच्योर हो गई है। लेकिन पैसे लेने के लिए मुंबई आना पड़ेगा। प्रवीण पैसों के लालच में पड़ गया। वह जैसे ही मुंबई आया, पुलिस टीम ने उसे धर दबोचा। यह भी पढ़ें: NIA Raids: अलकायदा और ISIS के खिलाफ कार्रवाई; संदिग्धों की तलाश में मुंबई, बेंगलुरु में छापेमारी


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