Maharashtra local body election: 9 साल बाद महाराष्ट्र की 250 से ज़्यादा नगर पालिका और नगर पंचायत चुनाव के लिए आज सुबह 7:30 बजे से वोटिंग की शुरुआत हुई. बीजेपी–शिवसेना (शिंदे)–एनसीपी (अजीत) के बीच ही मुकाबला हो रहा है, लेकिन कई जगहों पर विपक्ष भी लड़ रहा है. हालांकि, प्रचार के दौरान विपक्षी नेता घरों से बाहर निकले ही नहीं. पूर्व और पश्चिम विदर्भ में कांग्रेस और बीजेपी का सीधा मुकाबला है, लेकिन एकनाथ शिंदे ने इन इलाकों में अधिकतर सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जिस कारण मुकाबला काफी दिलचस्प हो चुका है.
नागपुर बेंच का बड़ा फैसला
महाराष्ट्र के सभी नगर परिषद और नगर पंचायत के चुनाव की काउंटिंग 21 दिसंबर को होगी. यह फैसला नागपुर बैंच ने सुनाया। 20 दिसंबर तक महाराष्ट्र में चुनाव आचार संहिता लागू रहेगी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में चुनाव आयोग को सुधार लाना चाहिए। चुनाव के दौरान सभी ने नियमों का पालन किया है। कोई कोर्ट में चला गया है,इसलिए इस तरह की बाते हो रही है। चुनाव को लेकर पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गये है।
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20 दिसंबर को फिर होगा मतदान
कुछ जगहों पर नगर पालिका और नगर पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग का मामला न्यायालय में लंबित होने के कारण 24 नगर पालिका और 154 सदस्यों के चुनाव के लिए 20 दिसंबर को वोटिंग होगी. दरअसल, आज होने वाली वोटिंग की गिनती 3 दिसंबर को होनी है, लेकिन अदालत ने चुनाव आयोग से पूछा है कि क्या 3 दिसंबर को होने वाली वोट काउंटिंग एक साथ हो सकती है? इसके बाद यह अंदाज़ लगाया जा रहा है कि 21 तारीख को सभी नगर पालिका और नगर पंचायत चुनाव की काउंटिंग होगी.
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नगर पालिका और नगर पंचायत चुनाव में सबसे ज़्यादा सभाएं
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 23 जिलों में 53 सभाएं और 2 रोड शो किए. दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस रहे, जिन्होंने 35 जनसभाएँ कीं. दूसरी तरफ़, विपक्ष की बात करें तो उद्धव ठाकरे चुनाव प्रचार के लिए घर से बाहर निकले ही नहीं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाळ के अलावा कांग्रेस का कोई बड़ा नेता इस चुनाव प्रचार में दिखाई नहीं दिया. कोकण और मराठवाड़ा में बीजेपी और शिवसेना के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा.
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