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राज ठाकरे के बेटे को सपोर्ट नहीं करेगी BJP, यूटर्न के पीछे भाजपा की क्या रणनीति?

BJP will not support Amit Thackery: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी खबर है। माहिम सीट से चुनाव लड़ रहे राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को बीजेपी अब सपोर्ट नहीं करेगी। जानें इसके पीछे क्या है बीजेपी की रणनीति? 

Amit Thackeray And Ashish Shailar
Maharashtra Chunav 2024: महाराष्ट्र चुनाव 2024 में बीजेपी अब माहिम सीट पर राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को सपोर्ट नहीं करेगी। सीएम एकनाथ शिंदे ने इसको लेकर बीजेपी आलाकमान से बात की, इसके बाद मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि हम मनसे को सिर्फ एक सीट पर सपोर्ट कर रहे हैं और वह सीट है मुंबई की शिवडी। इस सीट से मनसे में नंबर 2 बाला नांदगांवकर चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें कि बीजेपी टिकट वितरण के समय से ही यह मांग करती आई है कि वह माहिम सीट से अमित ठाकरे के बेटे को सपोर्ट करेगी। इसको लेकर महायुति में कभी कोई तकरार नहीं देखने को मिली। लेकिन जब शिंदे ने देखा कि इस मुद्दे पर आलाकमान बीजेपी के स्थानीय नेताओं के समर्थन में नहीं है तो शिंदे ने तुरंत इसे मुद्दे को बीजेपी के आला नेताओं के सामने उठाया। इसके बाद शेलार को बीजेपी आलाकमान से निर्देश मिलने के बाद उन्होंने अमित ठाकरे को सपोर्ट करने से इंकार किया है।

जानें बीजेपी ने क्यों किया किनारा?

बीजेपी में नारायण राणे और आशीष शेलार जैसे नेताओं ने कहा कि शिंदे को अपने उम्मीदवार सदा सरवणकर का नाम वापस लेकर अमित ठाकरे को सपोर्ट करना चाहिए। इसके बाद भी जब शिंदे नहीं झुके तो राज ठाकरे ने 2022 में शिवसेना को तोड़ने से लेकर चुनाव चिन्ह को लेकर बात उठानी शुरू कर दी। इसके बाद शिंदे ने निर्णय लेते हुए माहिम सीट से उम्मीदवार वापस लेने से इंकार कर दिया। ये भी पढ़ेंः उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के 5 नेताओं को निकाला, वोटिंग से पहले बागियों पर एक्शन

शिंदे ने दिया था ये सुझाव

इस बीच एक और थ्योरी भी सामने आ रही है, शिंदे शिवसेना ने सुझाव दिया था कि अमित ठाकरे को भांडुप से चुनाव लड़ना चाहिए। जहां महायुति का कोई मौजूदा विधायक नहीं हैं हालाकि राज ठाकरे ने निर्णय किया कि अमित को अपने गृह क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहिए। जहां उनका निवास है। इसके अलावा पड़ोसी निर्वाचन क्षेत्र शिवड़ी में बीजेपी और शिंदे, मनसे के उम्मीदवार को सपोर्ट करेंगे।

एक वजह यह भी

वहीं दूसरी ओर मुंबई में रहने वाले उत्तर भारतीय लोगों का राज ठाकरे और उनके कार्यकर्ता लगातार विरोध करते आए हैं। ऐसे में बीजेपी का राज ठाकरे को सपोर्ट करने का सीधा-सीधा मतलब यही जाता कि उत्तर भारतीय वोटर्स बीजेपी को नहीं बल्कि विपक्षी गठबंधन को सपोर्ट करते। लोकसभा चुनाव में इसका नुकसान झेल चुकी बीजेपी इस बार कोई गलती नहीं करना चाहती थी, इसलिए उसने समय रहते राज ठाकरे से पल्ला झाड़ लिया। ये भी पढ़ेंः महाराष्ट्र में BJP ने 40 बागियों को निकाला, विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी का बड़ा एक्शन


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