Abu Azmi Suspension : औरंगजेब को लेकर दिए बयान के बाद अबू आजमी को महाराष्ट्र सदन ने पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। इस मामले को लेकर अखिलेश यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आई थी। विधानसभा से निलंबित होने के बाद अब अबू आजमी का भी बयान आया है, उन्होंने कहा कि उनके ऊपर हुई कार्रवाई उनके और उनकी विधानसभा के लोगों के साथ नाइंसाफी है।
इसके साथ ही अबू आजमी ने कहा कि क्या महाराष्ट्र में दो तरह के कानून लागू हैं? मेरी तबियत खराब है और मैं विधानसभा भी नहीं गया। दो दिन से मेरे खिलाफ खूब आंदोलन चल रहे हैं। मुझे हैरानी है कि मैंने विधानसभा के अंदर ऐसे कोई बात नहीं कही थी। बाहर मैंने प्रेस के सवालों का जवाब दिया था।
क्या बोले अबू आजमी?
उन्होंने यह भी कहा कि मैं वही बातें कही है जो इतिहासकारों ने लिखा है और जो बच्चों को पढ़ाया जाता है। मैंने कुछ गलत नहीं बोला था लेकिन बजट सत्र चल रहा है। मैं चाहता था कि सत्र चलता रहे, इसलिए मैंने अपने बयान को वापस भी ले लिया था। अबू आजमी ने यह भी कहा है कि मेरा निलंबन सरकार की मनमानी है, मेरे और मेरे परिवार को जान का आज खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि दो कानून चल रहे हैं महाराष्ट्र में, अगर महाराष्ट्र में लोकतंत्र खत्म हो चूका है तो सरकार जनता के साथ और जनता के चुने हुए प्रतिनिधि के साथ कुछ भी कर सकती है।
क्या बोले उद्धव ठाकरे?
अबू आजमी के निलंबन पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट पर शिवसेना (UBT) के मुखिया उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अगर वह आपत्ति करना चाहते हैं तो उन्हें आपत्ति जताने दीजिए। पूरे महाराष्ट्र ने उनके खिलाफ आपत्ति जताई है। अगर वह चाहते हैं तो उन्हें वहां (यूपी) से चुनाव लड़वाना चाहिए। उन्हें सच्चाई नहीं पता है।