Vande Bharat Sleeper Train: मध्य प्रदेश के भोपाल से पटना के बीच वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की शुरुआत जल्द होने वाली है। यह ट्रेन जुलाई 2025 के आखिर में शुरू हो सकती है। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (RKMP) से पटना के बीच 1005 KM की दूरी को यह ट्रेन 12 से लेकर 13 घंटे में पूरा करेगी, जो मौजूदा ट्रेनों (18-20 घंटे) के मुकाबले में काफी तेज है। बता दें, ट्रेन का न्यू रैक चेन्नई में तैयार हो चुका है और नवंबर 2024 के आखिरी दिनों में भोपाल आने की उम्मीद थी, जिसके बाद ट्रायल रन था। हालांकि, कुछ लेट होने की वजह से अब यह ट्रेन जुलाई 2025 तक शुरू हो सकती है।
इसका संचालन पटना रेल मंडल को सौंपा जाएगा। यह ट्रेन भोपाल और पटना के बीच यात्रा को कंफर्टेबल और कन्वीनियंस बनाएगी, जिससे यात्रियों को वेटिंग लिस्ट की समस्या से राहत मिलेगी। वर्तमान में भोपाल से पटना के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं है, जिसके कारण यह सर्विस यात्रियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगी।
भोपाल-पटना किन-किन शहरों से होकर गुजरेगी?
भोपाल से पटना के बीच चलने वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के रूट के बारे में अभी ऑफिशियल टाइमटेबल और स्टॉपेज का ऐलान नहीं हुआ है। हालांकि, रेलवे के मौजूदा रूट और इस दूरी को ध्यान में रखते हुए, यह ट्रेन हो सकता है इन शहरों और स्टेशनों से होकर गुजर सकती है।
भोपाल (रानी कमलापति स्टेशन, RKMP)- शुरू वाला स्टेशन
इटारसी- मध्य प्रदेश का प्रमुख जंक्शन
जबलपुर- मध्य प्रदेश का महत्वपूर्ण स्टेशन
कटनी- रेलवे जंक्शन
सतना- मध्य प्रदेश का प्रमुख स्टेशन
प्रयागराज- उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण जंक्शन
मिर्जापुर- उत्तर प्रदेश
पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन (मुगलसराय)- प्रमुख रेलवे जंक्शन
बक्सर- बिहार
आरा- बिहार
पटना- लास्ट स्टेशन
यह अनुमानित रूट है, जो भोपाल से पटना के बीच चलने वाली अन्य ट्रेनों जैसे पुष्पक एक्सप्रेस या संगमित्रा एक्सप्रेस के रूट पर आधारित है। वंदे भारत ट्रेन का रूट तेज यात्रा के लिए अनुकूलित होगा। इसलिए कुछ छोटे स्टेशनों को छोड़ा जा सकता है। एक्यूरेट स्टॉपेज और रूट की जानकारी रेलवे द्वारा ट्रेन के शेड्यूल और ट्रायल रन के बाद ही मिल पाएगी।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी
स्लीपर कोच का स्ट्रक्चर कैसा रहेगा?
ट्रेन में 16 से लेकर 20 कोच होंगे
AC First Class- 24 Berth, (1 कोच) प्रीमियम रेस्ट मिलेगा।
AC 2-Tier- 188 Berth, 4 कोच वाला कंफर्टेबल स्लीपर बेड होगा।
SLR Coach- सामान और अन्य जरूरी सुविधाएं होंगी (2 कोच)।
AC 3-Tier- 611 Berth, (11 कोच) इकोनॉमिक और कंफर्टेबल के लिए होगा।
ट्रेन को बेहतर सीट और बर्थ डिजाइन दिया गया
लॉन्ग ट्रैवल में आराम मिले इसके लिए सीट कवर को कंफर्टेबल बनाया गया है। इसके अलावा चार्जिंग पॉइंट भी उसी टाइप से रखे हैं। सभी कोच एसी वाले होंगे, जो गर्मियों में यात्रियों को राहत देंगे। सेफ्टी को लेकर भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।
सीसीटीवी से निगरानी रखी जाएगी
सभी कोच और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे होंगे, जो यात्रा के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
इमरजेंसी कम्युनिकेशन सिस्टम होगा
इमरजेंसी में जल्द सहायता के लिए एडवांस कम्युनिकेशन सिस्टम। फायर एक्सटिंग्विशर और फायर अलार्म की व्यवस्था, जो आग लगने पर जल्द काम आएगा।
कवच प्रोटेक्शन सिस्टम
यह सिस्टम ट्रेन की सुरक्षा को बढ़ाता है और 25% तक बिजली की बचत करता है। इसके अलावा आसान और सुरक्षित एंट्री और एग्जिट होगी। यात्रियों के सामान के लिए प्रॉपर प्लेस होगा।
खान-पान की सुविधा- ऑन-बोर्ड कैटरिंग सेवा, जिसमें खाना और नाश्ता मिलेगा।
वाई-फाई और मनोरंजन- वाई-फाई और ऑन-बोर्ड मनोरंजन भी हो सकता है। हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि होगा या नहीं।