MP Assembly Election : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान होने के बाद सभी पार्टियां चुनाव प्रचार में जुट गई हैं। राज्य में एक चरण में 17 नवंबर को मतदान होना है। वहीं अब मध्य प्रदेश में आरएसएस की भाजपा नेताओं के साथ बैठक हुई है, जिसमें एक रणनीति तैयार की गई है, जिसके तहत प्रदेश में आरएसएस कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा, पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी दूर करने का प्रयास करेगी। बता दें कि भाजपा अब तक अपने उम्मीदवारों की 4 लिस्ट जारी कर चुकी है, जिसमें 136 सीटों पर प्रत्याशी उतारे गए हैं, जिसको लेकर पार्टी के नेताओं में नाराजगी है।
यह भी पढ़ें - छत्तीसगढ़ में 2018 विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर कांग्रेस ने दर्ज की थी सबसे बड़ी जीत, मिले थे 43 प्रतिशत से ज्यादा वोट
हर विधानसभा क्षेत्र में बनाया जाएगा प्रभारी
इन नेताओं की नाराजगी दूर करने के लिए आरएसएस, हर विधानसभा क्षेत्र में अपना एक प्रभारी बनाएगी। वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर संघ के लोग, पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने का प्रयास करेगी। इसे दूर करने के लिए अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक मैदान में मोर्चा संभालने जा रहे हैं।
स्वयंसेवक दूर करेंगे नाराजगी
एक सर्वे रिपोर्ट के बाद यह फैसला किया गया है। संघ कार्यकर्ताओं ने तय किया है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की नाराजगी को स्वयंसेवकों के जरिए दूर किया जाएगा। बता दें कि आरएसएस खासकर उन विधानसभा क्षेत्रों पर ही ध्यान दे रहा है, जहां पर वर्तमान विधायकों को उम्मीदवार बनाया गया है। ऐसे में आशंका है जताई जा रही है कि इन नेताओं की नाराजगी, पार्टी के लिए नुकसान दायक साबित हो सकती है।