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MP Election: जानें कौन हैं? प्रखर प्रताप सिंह, जो करोड़ों की नौकरी छोड़ अमेरिका से लड़ने आए चुनाव

MP Assembly Election 2023: राजनीति से पूरी तरह अनजान आर्किटेक्ट प्रखर भारत लौट आए और चुनावी मैदान में उतर गए हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश की गुढ़ विधानसभा सीट से उम्मीदवारी कर जनता की सेवा करने का निश्चय कर लिया है।

MP Assembly Election 2023: 17 नवंबर को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। वहीं, प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर कई डॉक्टर, इंजीनियर समेत अन्य पेशे से जुड़े लोग भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस बीच रीवा जिले की गुढ़ विधानसभा सीट इन दिनों काफी चर्चा में है। इसकी वजह विधानसभा चुनाव के रण में उतरे युवा नेता प्रखर प्रताप सिंह हैं। प्रखर इस विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।

गांव की यादें स्वदेश खींच लाई

25 वर्ष के प्रखर प्रताप सिंह मूलरूप से रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान के निवासी हैं। प्रखर दून स्कूल देहरादून में प्रारंभिक शिक्षा हासिल करने के बाद अमेरिका चले गए थे। इस दौरान उन्होंने वहां आर्किटेक्ट की डिग्री और इटली में मास्टर डिग्री हासिल की। डिग्री पूरी होते ही प्रखर को अमेरिका में भारतीय मुद्रा के हिसाब से एक करोड़ रुपये सालाना के पैकेज की नौकरी मिल गई। लेकिन, इस दौरान देश की मिट्टी की खुशबू, गांव की यादें और गरीबों की मदद करने की इच्छा उन्हें स्वदेश खींच लाई। यह भी पढ़ें- दिग्विजय सिंह ने अजान की आवाज सुनकर रोका भाषण, बोले- अजान और आरती के समय हम रुक जाते हैं…

गुढ़ विधानसभा सीट से आप ने दिया टिकट

दरअसल, इस दौरान अमेरिका में मौजूद इंडियन सोसाइटी में प्रखर की भेंट कुछ भारतीय नेताओं से हुई और इस मुलाकात से प्रखर को नई राह पर चलने की एक उम्मीद मिल गई। राजनीति से पूरी तरह अनजान आर्किटेक्ट प्रखर भारत लौट आए और चुनावी मैदान में उतर गए हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश की गुढ़ विधानसभा सीट से उम्मीदवारी कर जनता की सेवा करने का निश्चय कर लिया है। प्रखर के जुनून को देखकर आप पार्टी ने उन्हें गुढ़ सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है।

खानदान के पहले नेता

बता दें कि इससे पहले प्रखर प्रताप सिंह के खानदान से कोई भी राजनीति में नहीं रहा है। वहीं, प्रखर ने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कई समस्याएं हैं। गरीबों की छोटी-छोटी जरूरतें हैं, जो पूरी नहीं हो पाई हैं। मेरा लक्ष्य है कि रूट लेवल (धरातल) पर काम करूं, ताकि उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके और जनता खुशहाल हो जाए।  


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