TrendingparliamentPollutionBollywood

---विज्ञापन---

MP Election: ऑनलाइन शॉप्स ने बढ़ाई दुकानदारों की मुश्किलें, बोले- ऐसे तो हम बर्बाद हो जाएंगे, खाएंगे कहां से

Increasing Election Campaign on Social Media Shopkeepers Facing Losses: दुकानदारों ने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रचार के कारण पार्टी के झंडे, बैनर, पोस्टर, टोपी, स्कार्फ, टी-शर्ट आदि जो वे बेच रहे थे, उनकी खरीदारी में काफी कमी आई है।

Increasing Election Campaign on Social Media Shopkeepers Facing Losses: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होने वाला है, इसे लेकर प्रदेश भर में प्रत्याशी और कार्यकर्ता पूरे जोर-शोर के साथ प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं। वहीं, इस बार चुनाव प्रचार सामग्री बेचने वाले दुकानदार बहुत निराश दिखाई दे रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि सोशल मीडिया पर प्रचार के कारण पार्टी के झंडे, बैनर, पोस्टर, टोपी, स्कार्फ, टी-शर्ट आदि जो वे बेच रहे थे, उनकी खरीदारी में काफी कमी आई है।

सोशल मीडिया की वजह से गिरावट

दरअसल, प्रदेश की राजधानी भोपाल में चुनाव प्रचार सामग्री की करीब 20 छोटी-बड़ी दुकानें हैं, जहां पर चुनाव प्रचार की सामग्री बेची जा रही है लेकिन, जैसे ही प्रचार अभियान सोशल मीडिया पर चला गया, लगता है पारंपरिक बाजार कहीं खो सा गया है। इसे लेकर वहां के दुकानदारों का कहना है कि मध्य प्रदेश में लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार उनके लिए अभी तक सार्थक परिणाम नहीं दे रहा है। उन्होंने दावा किया कि वे अपने बाजार में भारी गिरावट देख रहे हैं और 2018 राज्य विधानसभा चुनावों की तुलना में लगभग 50 फीसदी का नुकसान झेल रहे हैं।

पिछली बार की तुलना में नुकसान

इसी क्रम में दिल्ली के एक दुकानदार, शंभू नाथ पटेल, जो आम तौर पर चुनाव की तारीखों की अस्थायी घोषणा के बाद से ही देश भर के चुनाव वाले राज्यों में अपनी दुकान लगाते हैं। उन्होंने इस चुनावी प्रचार सामग्री की खरीद में गिरावट के लिए सोशल मीडिया को जिम्मेदार ठहराया। पटेल ने एएनआई को बताया कि मुझे यहां अपनी दुकान शुरू किए लगभग दो महीने हो गए हैं, जहां भी चुनाव होते हैं, हम वहां अपनी दुकानें लगाते हैं। इस बार मध्य प्रदेश की तुलना में बाजार में भारी गिरावट आई है। वहीं, पिछली बार 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान बाजार बहुत अच्छा था लेकिन, इस बार अभी तक ऑर्डर में तेजी नहीं आई है। उन्होंने आगे बताया कि अगले दो दिनों में ऑर्डर मिलने की उम्मीद है और इसी उम्मीद में हम यहां बैठे हैं। यह भी पढ़ें- Karwa Chauth Unique Experience: पति काम में व्यस्त थे तो बीवी पहुंच गई ऑफिस, फिर क्या हुआ जान लें

ऐसी ही स्थिति रही तो, बंद करना होगा कारोबार

इस दौरान बाजार में गिरावट के कारणों के बारे में बात करते हुए दुकानदार ने कहा कि ग्राहकों की संख्या घटने का मुख्य कारण सोशल मीडिया है। सोशल मीडिया पर प्रचार के कारण पार्टी के झंडे, बैनर, पोस्टर, टोपी, स्कार्फ, टी-शर्ट आदि जो वे बेच रहे थे, उनकी खरीदारी में काफी कमी आई है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान के लिए अधिक समय था लेकिन, इस बार प्रचार के लिए समय की कमी है इसलिए बाजार में गिरावट है। कारोबार में हो रही गिरावट को लेकर पटेल ने यह भी कहा कि अगर आगे भी स्थिति ही ऐसी बनी रही तो, लगता है कि उन्हें यह कारोबार बंद करना होगा तथा कुछ और सोचना होगा। फिलहाल, उन्हें अगले दो दिनों में ऑर्डर मिलने की संभावना है। वहीं, एक स्थानीय दुकानदार दुर्गा ने एएनआई को बताया कि पिछले चुनाव की तुलना में इस बार बाजार में काफी असर है। पहले खूब सामान बिकता था लेकिन, इस बार अभी तक ग्राहक नहीं आए हैं। मतदान 17 नवंबर को होने वाला है लेकिन, दुकान में सन्नाटा है। पिछली बार की तुलना में हमें भारी घाटा हो रहा है।  


Topics:

---विज्ञापन---