Madhya Pradesh Karwa Chauth Moon Rise Time City Wise: आज करवा चौथ का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 44 मिनट से 8 बजकर 15 मिनट तक रहेगा, क्योंकि इस बार चंद्रोदय का समय 8 बजकर 15 मिनट बताया गया है। ज्योतिषीय गणना के मुताबिक, आज का करवा चौथ काफी स्पेशल है, क्योंकि आज के दिन 100 साल बाद दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। दरअसल करवा चौथ पर बुधादित्य योग, आदित्य योग, शिव योग और सर्वार्थसिद्धि योग का दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। वहीं मध्य प्रदेश के कई शहरों में चंद्रोदय का समय अलग है। अलग-अलग शहर में चंद्रोदय का समय अलग-अलग है।
यह भी पढ़ें: Karwa Chauth: आज महिलाएं भूलकर भी न करें यह 6 काममध्य प्रदेश के अलग-अलग शहरों में चंद्रोदय का समयशहर----------------समय(रात)
सिंगरौली-------------08:05
रीवा-----------------08:10
अनूपपुर-------------08:12
शहडोल-------------08:13
कटनी---------------08:15
जबलपुर-------------08:19
सागर----------------08:22
छिदवाड़ा-------------08:26
रायसेन---------------08:27
भोपाल---------------08:29
नर्मदापुरम------------08:29
इटारसी--------------08:30
बैतूल----------------08:31
सीहोर---------------08:31
हरदा----------------08:33
उज्जैन-------------08:36
इंदौर--------------- 08:37
धार-----------------08:40
खरगौन-------------08:42
झाबुआ-------------08:42
बड़वानी-------------08:43
व्रत-पूजन के लिए शुभ मुहूर्त, 12 बजे से शुरू होगा राहुकाल
पंचांग के मुताबिक, आज दोपहर 12 बजे से लेकर 1 बजकर 30 मिनट के बीच राहुकाल रहेगा। राहु काल में कथा सुनना अशुभ माना गया है। ऐसे में सुहागिन स्त्रियां दोपहर के समय कथा नहीं सुन सकती हैं। हालांकि दोपहर डेढ़ बजे के बाद यानी 1 बजकर 30 मिनट से बाद ही करवा चौथ की कथा कही या सुनी जा सकती है। शाम के वक्त करवा चौथ पूजन के लिए साम 7 बजकर 10 मिनट से लेकर 8 बजकर 48 मिनट तक का समय बेहद शुभ है। इसमें शुभ चौघड़िया मुहूर्त भी रहेगा। ऐसे में इस अवधि में करवा चौथ की पूजा निःसंकेच की जा सकती है।
यह भी पढ़ें: 100 साल बाद करवा चौथ पर दुर्लभ संयोग! 3 राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन, हाथ लगेगा बड़ा खजानाकरवा चौथ व्रत पर महिलाओं के लिए 16 श्रृंगार की सामग्री
सनातन धर्म में सुहागिन महिलाओं के लिए 16 श्रृंगार करना बहुत ही अहम माना गया है, क्योंकि हिंदू धर्म में सभी देवियां 16 श्रृंगार में ही नजर आती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूजा-पाठ में देवी के लिए 16 श्रृंगार चढ़ाया जाता है। मान्यता है कि 16 श्रृंगार चढ़ाने से माता प्रसन्न होती हैं और सुहागन रहने का आशीर्वाद भी देती हैं। जिस महिला की शादी हो जाती है, उसके लिए सोलह श्रृंगार का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। मान्यता है कि सोलह श्रृंगार करने से पति की उम्र में वृद्धि होती है। इसके साथ ही महिलाओं को खूबसूरती भी प्रदान करती हैं। इसलिए करवा चौथ व्रत के दौरान सुहागिन महिलाओं के लिए सोलह श्रृंगार करके पूजा में बैठना जरूरी होता है।