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क्या कमलनाथ के जाने से कांग्रेस में बनेगी पलायन की स्थिति? डैमेज कंट्रोल में जुटी पार्टी

Kamal Nath Put Congress In Damage Control Mode : कमलनाथ इस समय अपने बेटे और कुछ साथी नेताओं के साथ दिल्ली में हैं। चर्चा है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

Kamal Nath
Kamal Nath Put Congress In Damage Control Mode : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों ने कांग्रेस को डैमेज कंट्रोल मोड में डाल दिया है। पार्टी नेता यह सुनिश्चित करने के लिए विधायकों से संपर्क कर रहे हैं कि अगर कमलनाथ जाते हैं तो लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पलायन के हालात न बन जाएं। सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख जीतू पटवारी, विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार और अन्य शीर्ष नेता एक-एक करके विधायकों से बात कर रहे हैं और उनकी समस्याएं सुन रहे हैं। बताया जा रहा है कि उनका फोकस पार्टी के उन विधायकों, पूर्व विधायकों और कार्यकर्ताओं पर है जो कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नकुलनाथ के करीबी रहे हैं।

मोदी-शाह से कमलनाथ की मीटिंग!

दरअसल, आज यानी रविवार को कमलनाथ अपने बेटे के साथ दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिल सकते हैं। अगर अटकलें सच साबित होती हैं और कमलनाथ भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो कांग्रेस के उनके समर्थक विधायक भी पाला बदल सकते हैं। ऐसी स्थिति बनने पर कांग्रेस की स्थिति मध्य प्रदेश में और कमजोर हो जाएगी।

इन नेताओं पर है कांग्रेस का फोकस

बताया जा रहा है कि कांग्रेस के जो नेता इस समय स्पॉटलाइट में हैं उनमें पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा व सुखदेव पनसे का नाम शामिल है। इसके अलावा विधायकों में सतीश सिंह सिकरवार, संजय उइके, निलेश उइके, सोहन वाल्मीकि, विजय चौरे, कमलेश शाह और लखन घनगोरिया जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं। इन नेताओं को कमलनाथ का करीबी माना जाता है।

सज्जन सिंह बोले- कमलनाथ के साथ

सज्जन सिंह वर्मा कह चुके हैं कि कमलनाथ ने अभी तक भाजपा में शामिल होने का फैसला नहीं किया है। लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया कि अगर कमलनाथ यह फैसला लेते हैं को सज्जन सिंह उनके साथ होंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति में केवल तीन चीजें मतलब की होती हैं- मान, सम्मान और स्वाभिमान। अगर इन्हें ठेस पहुंचती है तो बड़े फैसले लेने ही पड़ते हैं। पूर्व सासंद वर्मा ने कहा कि अगर उनके जैसे बड़े कद के नेता को कांग्रेस में वह सम्मान नहीं मिलता है जिसके वह हकदार हैं तो उन्हें बड़े निर्णय लेने का अधिकार है। मैं चार दशक से उनका समर्थक रहा हूं और आगे भी उनके साथ ही रहूंगा। उल्लेखनीय है कि सज्जन सिंह वर्मा और सुखदेव पनसे भी उन नेताओं में शामिल हैं इस समय दिल्ली में कमलनाथ के साथ हैं।

अटकलों पर क्या बोले दिग्विजय सिंह

कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मैं उनके संपर्क में हूं। कांग्रेस नेतृत्व उनसे बातचीत कर रहा है। वह ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें हम सब इंदिरा गांधी का तीसरा बेटा मानते हैं। उन्होंने हमेशा कांग्रेस का समर्थन किया है और पार्टी का अहम स्तंभ रहे हैं। मुझे बिल्कुल नहीं लगता कि वह कांग्रेस छोड़कर जाएंगे।


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