Jabalpur longest flyover: जबलपुर में दमोह क्रॉसिंग से मदन महल तक बनने वाला फ्लाईओवर 7 किलोमीटर लंबा है और इससे यात्रियों को यहां अक्सर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। यह फ्लाईओवर का दूसरा उद्घाटन है। महानंदा से मदन महल तक के हिस्से का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सितंबर 2023 में किया था। इस फ्लाईओवर पर बना केबल-स्टे ब्रिज भी राज्य का सबसे लंबा केबल-स्टे ब्रिज होगा। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री मोहन यादव शनिवार को एक समारोह में इस फ्लाईओवर को जनता को समर्पित करेंगे।
2016 में मंजूरी, 2019 में रखा था नींव पत्थर
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ही 2016 में इस परियोजना को मंजूरी दी थी और उन्होंने ही 22 फरवरी, 2019 को इस फ्लाईओवर की आधारशिला रखी थी। तीन वर्षों में जिस परियोजना को पूरा करना था, वो काम छह वर्षों में पूरा हो पाया। इससे इसकी लागत 758 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,053 करोड़ रुपये हो गई। इसके अतिरिक्त, फ्लाईओवर की लंबाई में भी 1 किलोमीटर की वृद्धि हुई। निर्माण में 2,190 दिन लगे, यानी प्रतिदिन औसतन 3.5 मीटर फ्लाईओवर बिछाया गया और प्रतिदिन 1.20 करोड़ रुपये की लागत आई।
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फ्लाईओवर में दरारें आने के लगे थे भी आरोप
उद्घाटन से पहले ही फ्लाईओवर में दरारें आने के भी आरोप लगे थे। कांग्रेस ने जबलपुर निवासी लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव नीरज मंडलोई ने आरोपों की जांच की और निरीक्षण के बाद फ्लाईओवर के डिज़ाइन में गड़बड़ी होने से इनकार किया। इसके अलावा फ्लाईओवर के डिज़ाइन को चुनौती देने का मामला मध्यप्रदेश हाईकोर्ट तक भी गया था। वहीं, कांग्रेस ने इसी साल 14 जून में फ्लाईओवर के उद्घाटन में देरी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था।
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