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Success Story: कौन हैं IPS मनोज शर्मा, जिन पर बनी मूवी ’12th Fail’ ने कंगना की ‘तेजस’ को छोड़ा पीछे

IPS Manoj Sharma Life Struggle: आईपीएस मनोज कुमार शर्मा के जीवन पर बनी '12th Fail' मूवी बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही है, तो आइए आज हम उनकी संघर्षपूर्ण लाइफ के बारे में जानते हैं।

IPS Manoj Sharma Life Struggle: विक्रांत मैसी (Vikrant Massey) की ’12वीं फेल’ (12th Fail) दर्शकों को खूब भा रही है। विधु विनोद चोपड़ा निर्देशित इस मूवी ने खुद को बॉक्स ऑफिस पर दमदार साबित किया है। सैकनिल्क की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को ’12th फेल’ ने 1.60 करोड़ की कमाई की है, जोकि लिमिटेड स्क्रीन्स के हिसाब से काफी शानदार है। इस मूवी ने एक्ट्रेस कंगना रनौत की फिल्म ‘तेजस’ को पीछे छोड़ दिया है। बता दें कि  ‘तेजस’ ने भी ‘12वीं फेल’ के साथ 27 अक्टूबर को सिनेमाघरों में दस्तक दी थी। जहां दोनों फिल्मों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि कंगना की फिल्म बाजी मार सकती है, लेकिन इसके विपरीत 12वीं फेल को ज्यादा अंटेंशन मिली है। फिल्म में आईपीएस मनोज कुमार शर्मा के संघर्ष की कहानी दिखाई गई है, यही वजह है कि दर्शक फिल्म से हर सतह पर जुड़ पाते हैं। आज हम बात करेंगे आईपीएस मनोज कुमार शर्मा की असल जिंदगी के बारे में, जिन पर बनी मूवी 12th Fail इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है। यह भी पढ़ें- कौन थीं वीरावती? जिसके लिए बना स्पेशल ‘करवा चौथ’ का चांद

काफी संघर्ष भरा रहा जीवन

मनोज शर्मा का शुरूआती जीवन काफी संघर्ष भरा था। उनका जन्म साल 1977 में मध्य प्रदेश के मुरैना के एक छोटे से गांव बिलगांव में हुआ था। कृषि परिवार से ताल्लुक रखने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी, जिस वजह से वह अपनी शिक्षा भी पूरी नहीं कर पाए थे। जैसे-तैसे उन्होंने 12 वीं की परीक्षा पास की, एक वक्त उन्हें एहसास हुआ कि वह मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर एसडीएम बनेंगे, लेकिन जब वह 12वीं पास करने के बाद ग्वालियर पहुंचे तो पता चला कि डीएम का पद एसडीएम से ऊपर होता है। जिसके लिए उन्हें यूपीएससी परीक्षा पास करनी होगी, इसलिए वह सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली आ गए।

प्यार से जीता विश्वास

मनोज दिल्ली में कोचिंग कर रहे थे तभी उन्हें उत्तराखंड की श्रद्धा जोशी से प्यार हो गया। बता दें कि मनोज अपने 3 प्रयासों में असफल हुए थे, जबकि श्रद्धा ने पीसीएस परीक्षा उत्तीर्ण की और डिप्टी कलेक्टर बन चुकी थीं। हालांकि श्रद्धा के घरवाले इस रिश्ते से सहमत नहीं थे, लेकिन श्रद्धा को मनोज पर विश्वास था। मनोज ने भी श्रद्धा के भरोसे को सच कर दिखाया। उन्होंने अपने चौथे प्रयास में 121वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा पास की, वहीं साल 2007 में श्रद्धा जोशी भी यूपीएससी परीक्षा पास कर आईआरएस ऑफिसर बन गई थीं।


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