Harda Firecracker Factory Owner Rajesh Agarwal Arrested: मध्य प्रदेश के हरदा जिले में मंगलवार को पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण अग्निकांड के गुनहगार गिरफ्त में आ चुके हैं। पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक राजेश अग्रवाल को राजगढ़ जिले से सारंगपुर से पकड़ लिया।
राजेश अग्रवाल राजू को उसके भाई सोमेश अग्रवाल के साथ गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, पटाखा फैक्ट्री का मालिक राजेश अग्रवाल अपने भाई के साथ दिल्ली फरार होने की फिराक में था। पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही धर-दबोचा। पुलिस ने इससे पहले इन आरोपियों को पकड़ने के लिए कई जगह छापेमारी की थी। आखिरकार गुप्त सूचना पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी का पूर्व में भी आपराधिक रिकॉर्ड मिला है।
इससे पहले पुलिस ने हरदा हादसे में एफआईआर दर्ज की थी। ये फैक्ट्री मगरधा रोड पर बैरागढ़ गांव में स्थित है। सुबह करीब 11 बजे इसमें धमाका हुआ और भीषण आग लग गई। इस अग्निकांडमें अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 200 से ज्यादा घायल हैं।
अवैध रूप से संचालित हो रही थी फैक्ट़्री
बताया जा रहा है कि ये फैक्ट्री अवैध रूप से संचालित की जा रही थी। पिछले दिनों इसे सीज भी किया गया था, लेकिन इसके बाद फिर से ये चलने लगी। इस मामले में प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है। सीएम मोहन यादव ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं। वे हादसे के बाद घायलों से मिलने अस्पताल भी पहुंचे। माना जा रहा है कि इस मामले में कलेक्टर-एसपी समेत कई बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
दूसरी ओर, आईजी नर्मदापुरम इरशाद वली ने बताया था कि फैक्ट्री संचालकों के पास लाइसेंस थे। हालांकि ये लाइसेंस का उल्लंघन किस प्रकार कर रहे थे, ये जांच का विषय है। इस फैक्ट्री के लिए चार लाइसेंस लिए गए थे। प्राथमिक जांच में फैक्ट्री संचालक की लापरवाही सामने आई है। यदि नियमानुसार काम किया जाता तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता।
फैक्ट्री अनफिट थी
वहीं हरदा एसडीएम केसी परते ने कहा है कि फैक्ट्री अनफिट थी। यह वर्षाें से संचालित थी। इस फैक्ट्री के बारे में पूर्व में भी शिकायत मिली थी। जिसके बाद इसे सील भी किया गया था। बताया जा रहा है कि ये फैक्ट्री पट्टे की जमीन पर संचालित हो रही थी। इसके मालिक राजेश अग्रवाल राजू, सोमेश अग्रवाल सोमू और प्रदीप अग्रवाल हैं।
इस मामले को लेकर कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि हरदा की जिला कोर्ट ने इस व्यक्ति को 10 साल जेल की सजा सुनाई थी। ऐसे में वह फैक्ट्री को कैसे संचालित कर रहा था। केके मिश्रा का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।