Assembly Elections 2023, नई दिल्ली: देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही चल रही प्रक्रिया धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रही है और इसी कड़ी में शुक्रवार को मध्य प्रदेश की 230 सीटों पर और छत्तीसगढ़ में 70 सीटों पर मतदान होना है। हालांकि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में पड़ती 20 सीटों पर इससे पहले 7 नवंबर को मतदान प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है। दूसरे चरण के मतदान के लिए 18 हजार 833 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उनके मंत्रिमंडल के कई सदस्यों के अलावा भारतीय जनता पार्टी के तीन केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के अलावा कांग्रेस नेताओं को मिलाकर 21 दिग्गजों की साख दांव पर लगी हुई है, वहीं कुछ ऐसी ही स्थिति छत्तीसगढ़ में भी है। यहां भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके मंत्रिमंडल के कई सदस्यों के साथ-साथ मुकाबले में उतारे गए भाजपा के केंद्रीय मंत्री और सांसद समेत कई दिग्गज उम्मीदवार हार-जीत के लिए बिसात बिछा चुके हैं। रोचक पहलू यह भी है कि सभी पार्टियों और नेताओं के अपने-अपने दावे हैं और इन दावों के बीच मध्य प्रदेश में कुछ सीटों पर तीसरा राजनैतिक दल भाजपा व कांग्रेस दोनों के समीकरण बिगाड़ सकता है। खैर, फिलहाल इस हार-जीत के लिए वोटिंग कराने को निर्वाचन आयोग एकदम मुस्तैद है।
मध्य प्रदेश में 2,533 उम्मीदवार मुकाबले में
मध्यप्रदेश में मतदान प्रक्रिया के बारे में गुरुवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि राज्य की 230 विधानसभा सीटों पर विभिन्न राजनैतिक पार्टियों की तरफ से और निर्दलीय मिलाकर 2,533 उम्मीदवार मुकाबले में हैं। ज्यादातर पोलिंग स्टाफ अपने बूथ पर पहुंच चुका है। शुक्रवार सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक यह एकदम निष्पक्ष रूप से मतदान करवाएगा। 17,032 मतदान केंद्रों में से कुछ संवेदनशील बूथों को चिह्नित किया गया है। अनुपम राजन ने बताया कि इलेक्शन ड्यूटी के दौरान अब तक तीन कर्मचारियों की मौत हो गई है। ऐसे में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में एयर एंबुलेंस और हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई है। चुनाव के दौरान एक एयर एम्बुलेंस और 2 हेलीकॉप्टर इमरजेंसी सेवाओं के लिए तैनात रहेंगे। मतदान पूरा होने तक जबलपुर में एयर एम्बुलेंस उपलब्ध रहेगी। एयर एम्बुलेंस और हेलीकॉप्टर का उपयोग किसी भी प्रकार की आकस्मिक सेवाओं के लिए किया जाएगा। इसके अलावा 80 साल से अधिक उम्र वाले लोगों और दिव्यांग 63,352 वोटरों से घर से मतदान करवाया जाएगा।
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छत्तीसगढ़ में कुल 958 उम्मीदवार मैदान में
छत्तीसगढ़ में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि दूसरे चरण के 70 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए 18 हजार 833 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां कुल 958 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला करने के लिए 1 करोड़ 63 लाख 14 हजार 479 लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान को सफल बनाने के लिए 90 हजार 272 मतदान कर्मियों को वोटिंग के लिए तैनात किया गया है। सभी मतदान केंद्रों पर मतदान दलों को रवाना किया जा चुका है। 20 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की संख्या अधिक होने की वजह से डबल EVM मशीन की व्यवस्था की गई है। 71 दिव्यांग मतदान केंद्र भी बनाया गए हैं, जिस पर मोर्चा दिव्यांग ही संभालेंगे।
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मध्य प्रदेश में बुधवार शाम छह बजे प्रचार-प्रसार बंद हो जाने से पहले तक अब तक की तमाम प्रक्रिया में प्रत्याशियों से लेकर केंद्रीय नेताओं तक सभी ने लगातार जनसभाएं की हैं। इनमें से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सबसे आगे रहे। इस दौरान सीएम शिवराज ने प्रदेश के 230 विधानसभा क्षेत्रों की 165 सीटों पर पहुंचकर वहां सभाएं की हैं। दूसरे नंबर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रहे, जिन्होंने 80 सभाएं की हैं, वहीं आचार संहिता लगने से पहले खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 बार राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में दौरा कर चुके हैं। आखिरी के सात दिन में भी उन्होंने 14 सभाएं और इंदौर में एक रोड शो किया। इसी तरह, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी चार दिन मध्य प्रदेश में प्रचार किया।