राजगढ़: जिला जेल में मुस्लिम कैदियों की दाढ़ी कटवाने का मामला गरमा गया है। इस मुद्दे पर अब सियासी पारा भी तेज है। एक तरफ जहां रिहा होने के बाद युवकों ने डीएम से शिकायत की है तो वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रदेश सरकार को घेरा है। उन्होंने इस पूरी घटना को मुसलमानों के प्रति भेदभावपूर्ण करार दिया है।
मध्यप्रदेश में 56 फीसदी मुसलमान कैदी - ओवैसी
राजगढ़ जिला जेल में जबरन दाढ़ी काटने का मामला सामने आने के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है और कहा है कि प्रदेश में धारा 151 के तहत गिरफ्तार युवकों की जबरन दाढ़ी हटाना हिरासत में प्रताड़ना और अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सात फीसदी मुस्लिम आबादी है और आबादी में 14 फीसदी पर मुकदमे हैं। ओवैसी ने ये भी कहा कि मध्यप्रदेश की जेल में 56 फीसदी बंदी मुसलमान हैं। यह मुसलमानों के प्रति भेदभावपूर्ण है।
जेल के नियम के अनुसार ही काटी गई दाढ़ी- गृहमंत्री
इस मामले पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने असदुद्दीन ओवैसी पर पलटवार करते हुए कहा है कि ओवैसी बिना जानकारी के बोल रहे हैं।सीसीटीवी फुटेज मौजूद हैं। जेल के नियम के मुताबिक ही कैदियों की दाढ़ी में कांट छांट की गई थी।
भोपाल विधायक आरिफ मसूद ने सौंपा ज्ञापन
राजगढ़ जेल में मुस्लिम युवकों की दाढ़ी काटने के मामले में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि, ये दुखद घटना है। जेल प्रशासन द्वारा इस प्रकार की घटना को अंजाम देने से मुस्लिम समुदाय में काफी रोष है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, दो मुस्लिम युवकों ने राजगढ़ जिला जेल में जबरन दाढ़ी काटवाने का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक जेलर ने मना करने के बाद भी उनकी दाढ़ी कटवा दी। इसे लेकर दोनों ने रिहा होने के बाद कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा हैं। वहीं इन आरोपों पर जेलर का कहना है कि किसी की भी जबरदस्ती दाढ़ी नहीं काटी गई। जो भी कैदी आते हैं उनकी कटिंग और दाढ़ी छोटी करवाई जाती है और जो जिस धर्म का है वह अपने हिसाब से दाढ़ी रख सकता है।