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झारखंड में सियासी उथल पुथल के बीच खतरे में हेमंत सोरेन की विधायकी! जानें चुनाव आयोग के बंद लिफाफे का राज

Kalpana Soren will Become Jharkhand CM: झारखंड में हेमंत सोरेन आज सीएम पद से इस्तीफा दे सकते हैं। आज राजधानी रांची में विधायक दल की बैठक होनी है। जिसमें नये सीएम का प्रस्ताव लाया जा सकता है।

Kalpana Soren Become Jharkhand CM
Kalpana Soren will Became Jharkhand CM: झारखंड में आज झामुमो की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार के मुखिया और सीएम हेमंत सोरेन ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। बैठक में झारखंड के भावी सीएम को लेकर फैसला हो सकता है। इस बीच ईडी ने आज सुबह सीएम हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार और अन्य जगहों पर छापेमारी की। चर्चा है कि सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम बनाया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो बिहार के बाद झारखंड दूसरा राज्य होगा सीएम पत्नी को राज्य की सत्ता सौपेंगे जब भ्रष्टाचार के मामले में जांच के चलते सीएम को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ेगी। बिहार में चारा घोटाले में नाम आने के बाद लालू यादव ने सीएम के पद से इस्तीफा देकर पत्नी राबड़ी देवी को सत्ता सौंप दी थी। यह भी पढ़ेंः 50 साल की उम्र से पेंशन देने वाला पहला राज्य बना झारखंड, CM ने बताई वजह राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि आज होने वाली विधायक दल की बैठक में सीएम हेमंत सोरेन आज स्वयं पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम बनाने का प्रस्ताव ला सकते हैं। उधर उनकी ताजपोशी के लिए गिरिडीह जिले की गांडेय सीट भी खाली करा ली गई है। यह सीट झामुमो की सेफ सीट मानी जाती है। झामुमो यहां 1985 से लेकर 2019 तक कुल 5 बार चुनाव जीत चुकी है। गांडेय सीट से झाामुमो विधायक सरफराज अहमद ने इस्तीफा भी दे दिया है।

जानें क्या है लिफाफे का राज?

अब आते हैं लिफाफे पर। लिफाफे में आखिर क्या है जिसकी चर्चा चारों ओर है। जानकारी के अनुसार अब तक ईडी खान मामले में सीएम हेमंत सोरेन को 7 बार समन भेज चुकी है और सीएम कोई न कोई बहाना बनाकर ईडी के सामने पेश होने से बच जाते हैं। वहीं ईडी ने नोटिस में कहा कि सीएम जान-बूझकर जांच को प्रभावित कर रहे हैं। यह भी पढ़ेंः Jharkhand: रांची में विरोध प्रदर्शन करने पर क्यों मजबूर हुआ आदिवासी समुदाय, कहीं यह वजह तो नहीं पूर्व सीएम और ओडिशा के गर्वनर रघुबर दास ने सीएम हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि सीएम सोरेन ने मई 2021 में रांची के अंगारा ब्लाॅक में 0.88 एकड़ में फैली पत्थर की खदान के खनन का पट्टा अपनी ही कंपनी को आंवटित कर दिया। खान की क्लियरेंस से जुड़े मंत्रालय भी उनके पास ही है। इसके बाद फरवरी 2022 में भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल रमेश बैस को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें जनप्रतिनिधित्व एक्ट की धारा 9 ए के तहत सोरेन की विधायकी को रद्द करने की मांग की गई। क्योंकि उन्होंने पद पर रहते हुए उसका दुरुपयोग किया।

आइये जानते हैं आखिर खान घोटाला क्या है?

रघुबर दास के आरोप लगाने के एक दिन बाद ही सोरेन ने खान की लीज सरेंडर करा दी। इसके बाद राज्यपाल ने जांच चुनाव आयोग को सौंप दी। चुनाव आयोग ने अपनी जांच में पाया कि सीएम हेमंत सोरेन ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए खान का आवंटन अपनी ही कंपनी को कर दिया। चुनाव आयोग ने अपनी जांच रिपोर्ट राज्यपाल को सौंप दी। जिसमें हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द करने की मांग की गई थी। यह भी पढ़ेंः Adani Hindenburg केस में SC का बड़ा फैसला- SEBI से SIT को जांच देने का कोई आधार नहीं हालांकि इस बीच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ईडी से शिकायत की। शिकायत में सीएम सोरेन पर मनी लाॅन्ड्रिंग के आरोप लगे। इसके बाद से लेकर अब तक ईडी 47 बार राज्य में छापेमारी कर चुकी है। अब तक ईडी 5.34 करोड़ रुपए नकद, 13 करोड़ से अधिक बैंक में जमा राशि, 30 करोड़ की बोट, 5 स्टोन क्रशर और 2 ट्रक जब्त किए हैं। ईडी अब तक इस मामले में सीएम के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, सीएम के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद, सीए सुमन कुमार सिंह, आईएएस पूजा सिंघल समेत कई लोगों को पकड़ चुकी है।


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