Jharkhand CM Hemant Soren: हेमंत सोरेन चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद एक्शन मोड में दिखे। सोरेन ने शपथ ग्रहण के बाद प्रोजेक्ट भवन स्थित झारखंड मंत्रालय के अपने दफ्तर में जाकर कार्यभार संभाला। इसके बाद मंत्रालय में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने शहीद अग्निवीर के आश्रित को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा। उनके परिजनों को 10 लाख रुपये के मुआवजे का चेक भी सौंपा। बोकारो जिले के रहने वाले लंकेश्वर महतो के पुत्र अर्जुन कुमार महतो की सेना में अग्निवीर के तौर पर 2023 में पोस्टिंग हुई थी। अर्जुन महतो 22 नवंबर को असम के सिलचर में एक मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे।
हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले टर्म में ही ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले अग्निवीरों के एक परिजन को सरकारी नौकरी और 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया था। देश में किसी शहीद अग्निवीर के आश्रित को सरकारी नौकरी प्रदान किए जाने का झारखंड में यह पहला मामला है। बता दें कि हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची के मोहराबादी मैदान में नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। जिसके बाद शहीद के परिजनों को अनुग्रह राशि का चेक सौंपा। सोरेन ने कहा कि युवाओं के भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो चुके हैं। केंद्र सरकार ने देश की रक्षा के लिए अग्निवीर जैसी योजनाएं लागू की हैं। लेकिन झारखंड की सरकार उन युवाओं के साथ खड़ी रहेगी, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपनी जान गंवाई है।
हेमंत सोरेन ने अग्निवीर शहीद के परिजन को दी सरकारी नौकरी
---विज्ञापन---◆ मुख्यमंत्री के शपथ के तुरंत बाद एक्शन मोड में दिखी हेमंत सरकार
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— News24 (@news24tvchannel) November 28, 2024
अपने लाल को याद रखेगा झारखंड
अर्जुन महतो झारखंड के बेटे थे, जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया। उन्होंने अर्जुन महतो के भाई को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा। अर्जुन महतो मूल रूप से चंदनकियारी के रहने वाले थे। सोरेन ने कहा कि झारखंड की वीर भूमि के लाल को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके भाई बलराम महतो को सरकार ने सरकारी नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र सौंपा है। दुख की घड़ी में झारखंड सरकार अर्जुन के परिवार के साथ खड़ी है। वे केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि अग्निवीरों को पूर्ण सैनिक का दर्जा दिया जाए। वीरगति पाने वाले जांबाज जवानों के बीच केंद्र सरकार भेदभाव करना बंद करे। इस दौरान सोरेन ने भगवान बिरसा मुंडा और सिदो कान्हू को भी नमन किया। उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी मौके पर मौजूद थीं।