जयपुर: राजस्थान में इन्वेस्टर्स समिट के दौरान उद्योगपति गौतम अडानी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुलाकात चर्चा का विषय बन गयी। बता दें कि जयपुर में राजस्थान निवेश सम्मेलन में मंच पर सीएम अशोक गहलोत और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी साथ-साथ नजर आए थे। दोनों के बीच हुई गुफ्तगू को लेकर उठ रहे सवालों का रविवार को सीएम गहलोत ने जवाब दिया।
सीएम गहलोत ने राजधानी स्थित किशन बाग में मीडिया से बातचीत करते हुए विपक्ष के नेताओं से सवाल करते हुए पूछा कि, 'क्या राजस्थान निवेश सम्मेलन में आये 3000 प्रतिनिधि कांग्रेस के लोग थे? हम इस आधार पर बंटवारा नहीं करते कि कौन बीजेपी से है और कौन कांग्रेस से। जो भी निवेश लाएगा वह राज्य को कुछ देगा और उन्हें मंजूरी देना सरकार का कर्तव्य है।'
आगे उन्होंने कहा कि गौतम अडानी आए और 60,000 करोड़ रुपये के निवेश की बात कही। इसे एक मुद्दे में बदल दिया गया है। बीजेपी के नेता लोगों को गुमराह कर रहे हैं, इसकी उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।'
उन्होंने ये भी कहा कि अभी इन्वेस्ट राजस्थान समिट को लेकर जो नेता बोल रहे हैं इनको शर्म भी नहीं आ रही है कि इन्वेस्टमेंट कम आएगा, ज्यादा आएगा, ये तो आपके वक्त में भी समिट हुई थी, इन्वेस्टमेंट कभी पूरा नहीं आता है, गुजरात में वाइब्रेंट गुजरात हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी जी प्रधानमंत्री बन गए, पर वो जब मुख्यमंत्री थे, तब मुश्किल से 20-25-30 पर्सेंट आता होगा, आया होगा, हम तो कोशिश कर रहे हैं, अभी हमने एमओयू पहले ही साइन कर दिए, वरना तो ऐसी कॉन्फ्रेंस के दरमियान होते हैं एमओयू साइन होते हैं, जल्दबाजी में होते हैं।
एमओयू को लेकर आगे कहा कि मेरे पास कई लोग आते थे पिछली गवर्नमेंट के वक्त में कि साहब हमारी हैसियत 1000 करोड़ की नहीं है और दबाव देकर हमसे 10 हजार करोड़ का एमओयू साइन करवा लिया। ये तो नहीं हुआ इस बार, एमओयू पहले ही हो गए हैं। हमारी तरफ से पूरा प्रयास है कि अधिक से अधिक इन्वेस्टमेंट धरातल पर उतरे।