Himachal Pradesh Rain: हिमाचल में आसमानी आफत जमकर कहर ढहा रही है। कुल्लु, शिमला और सोलन में बुधवार से ही तेज बारिश हो रही है। इस बीच कुल्लू में आज सुबह 30 सेकेंड में 7 इमारतें गिर गईं। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। प्रशासन ने इन इमारतों को डेंजर मानते हुए 3 दिन पहले ही खाली करवा लिया था। प्रशासन ने फिलहाल मौके पर बेरिकेडिंग कर लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी है। अभी भी 2-3 इमारतों के गिरने का खतरा बना हुआ है।
बता दें कि राज्य में बीते 24 घंटे से हो रही बारिश के कारण अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। शिक्षा विभाग ने प्रदेश के तीन जिलों शिमला, मंडी और सेालन में आज सभी स्कूल-काॅलेज बंद रखने का निर्णय लिया है। वहीं भारी बारिश के कारण राज्य के दो मुख्य पर्यटक मार्ग चंडीगढ़-शिमला और कुल्लू मनाली ब्लाॅक हो गए हैं। बारिश और लैंडस्लाइड के कारण प्रदेश की 400 अधिक सड़कें ठप हो गई है।
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अब तक 242 की मौत
मौसम विभाग की मानें तो मंडी, शिमला, सोलन, कुल्लू, बिलासपुर में बीते 24 घंटे में 180 मिमी से ज्यादा बारिश रिकाॅर्ड की गई है। बुधवार को मंडी में 8 और शिमला में 3 मौतें अब तक हुई है। बता दें कि इस साल मानसूनी बारिश से प्रदेश में अब तक 242 लोगों की मौत हो गई है। राजधानी शिमला में बारिश का कहर ऐसा है कि यहां देवदार के बड़े-बड़े पेड़ उखड़ गए और लैंडस्लाइड के कारण कई घर ढह गए हैं। पहाड़ों की रानी शिमला में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है।
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शिमला-चंडीगढ़ हाइवे ब्लाॅक
बुधवार को हुए लैंडस्लाइड में झारखंड की एक दंपत्ति की बुधवार को मौत हो गई। वहीं रेलवे इंजन यार्ड भी लैंडस्लाइड के कारण ढह गया। शिमला-कालका रेलवे लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई है। लैंडस्लाइड और लगातार हो रही बारिश के कारण शिमला-चंडीगढ़ और शिमला-मनाली हाइवे फिलहाल बंद है। वहीं कुल्लू का एक बार फिर शेष राज्य से संपर्क टूट गया है। पिछले दिनों सीएम सुक्खू ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मानसूनी सीजन में अब तक 8 हजार करोड़ से अधिक की सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।