Farmers Protest: हरियाणा के अलग-अलग सात जिलों में 15 फरवरी तक इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी। हरियाणा प्रशासन के मुताबिक किसान आंदोलन से जुड़ी अफवाहों पर रोकथाम के लिए यह कदम उठाया गया है। राज्य के जींद, अंबाला, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, कैथल, हिसार, और सिरसा में मोबाइल इंटरनेट बंद किया गया है। इस दौरान वॉयस कॉल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
कुछ लोग सोशल मीडिया पर अफवाहें फैला रहे
दरअसल, मंगलवार दिनभर पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। इस दौरान बड़ी संख्या में किसान संगठन टैक्टर ट्रॉली के साथ बॉर्डर पर एकत्रित हो गए। पुलिस को उन्हें दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़ेग। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुलिस की प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने की पूरी तैयारी है। लेकिन ऐसे संवेदनशील हालत में कुछ लोग सोशल मीडिया पर गलत मंशा से अफवाहें फैलाते हैं, जिससे दंगा होने और हालत बेकाबू होने का भय बना रहता है, इसलिए इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगाया गया है।
बैरिकेड तोड़ने का प्रयास, बॉर्डर पर डटे हुए किसान
किसानबड़ी संख्या में शंभू बॉर्डर पर मौजूद हैं। पंजाब और हरियाणा से लगातार ट्रैक्टर और अन्य वाहनों से किसानों का काफिला दिल्ली की तरफ बढ़ रहा है। पुलिस के किसानों से वापस लौटने की अपील की है, लेकिन किसान है कि अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाने पर अड़े हुए हैं। बीच-बीच में प्रदर्शनकारियों के समूज बॉर्डर पर उन्हें रोकने के लिए लगाए बैरिकेड ट्रैक्टर से हटाने का प्रयास कर रहे हैं।
किसानों की हैं ये मांगे
किसान अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान मजदूर यूनियन के अनुसार सभी फसलों की खरीद पर MSP गारंटी अधिनियम जल्द से जल्द बनाया जाए। किसानों की मांग है कि हल्दी समेत अन्य मसालों की खरीद के लिए राष्ट्रीय प्राधिकरण बनें। इसके अलावा किसान आंदोलन में अभी तक शहीद हुए परिवारों को मुआवजा, परिवार के सदस्य को नौकरी समेत किसानों की अन्य कई मांगे हैं।
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