प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय गुजरात दौरे की शुरुआत वडोदरा से हुई, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। खास बात यह रही कि इस स्वागत समारोह में भारतीय सेना की बहादुर अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी का परिवार भी शामिल हुआ। वडोदरा हवाई अड्डे से लेकर रोड शो तक, प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत 25 हजार से अधिक महिलाओं ने किया। कर्नल सोफिया के माता-पिता, भाई और जुड़वां बहन इस आयोजन में मौजूद रहे और उन्होंने पीएम मोदी पर फूल बरसाकर सम्मान प्रकट किया।
माता-पिता ने पीएम मोदी से मिलकर जताई खुशी
कर्नल सोफिया कुरैशी की मां हलीमा कुरैशी ने पीएम मोदी से मिलकर अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा, "हमें बहुत खुशी हुई कि पीएम मोदी से मिलना हुआ। सोफिया ने जो किया, वह देश की बेटियों के लिए प्रेरणा है। प्रधानमंत्री का स्वागत करना हम सबका कर्तव्य है, क्योंकि वह पूरे देश के नेता हैं। मेरी बेटी सिर्फ मेरी नहीं, पूरे देश की बेटी बन चुकी है।" वहीं उनके पिता ताज मोहम्मद कुरैशी ने कहा, "पीएम मोदी ने हमें पहचाना और झुककर प्रणाम किया। हमने भी उनका अभिवादन किया। यह हमारे लिए गर्व का क्षण था। उन्होंने हमारे परिवार का मान बढ़ाया।"
जुड़वां बहन शाइना सुन्सारा ने बताया भावुक पल
कर्नल सोफिया की जुड़वां बहन शाइना सुन्सारा, जो पेशे से एक्ट्रेस हैं, उन्होंने भी इस पल को बेहद खास बताया। शाइना ने कहा, "मैं खुद एक महिला हूं और मुझे यह महसूस होता है कि पीएम मोदी ने देश की महिलाओं को कितना ऊपर उठाया है। सोफिया मेरी जुड़वां बहन है, लेकिन अब वह केवल मेरी नहीं रही, अब वह पूरे देश की बहन बन गई है। यह पल शब्दों से परे था जब पीएम मोदी ने हमें देखकर सिर झुकाकर अभिवादन किया। ऐसा लगा जैसे वह दुनिया को संदेश दे रहे हैं कि वह हर बेटी के साथ खड़े हैं।"
देश की बेटियों के लिए बना प्रेरणा का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे के दौरान वह वडोदरा के बाद दाहोद, भुज, अहमदाबाद और गांधीनगर भी जाएंगे। वे इस यात्रा में लगभग 82,950 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। वडोदरा में हुए रोड शो में शामिल होकर कर्नल सोफिया के परिवार ने ना केवल प्रधानमंत्री को सम्मान दिया बल्कि देश की महिलाओं और बेटियों के लिए एक प्रेरणादायक संदेश भी दिया कि अब महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की वैश्विक स्तर पर सफलता को दर्शाया है और यह भी साबित किया कि भारत की बेटियां हर मोर्चे पर अग्रणी हैं।