पहलागाम आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर का आज यानी शुक्रवार को तीसरा दिन है। पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान ने शुक्रवार को एक बार फिर भारत के कई हिस्सों में ड्रोन से हमला किया, लेकिन भारतीय सेना ने सभी ड्रोन को मार गिराए। इसी बीच एहतियातन देश के राज्यों समेत गुजरात के कई इलाकों में भी ब्लैकआउट कर दिया गया है। आइए जानते हैं गुजरात में कहा-कहां ब्लैकआउट किया गया है?
कच्छ और पाटन जिले में ब्लैकआउट
भारत-पाक तनाव के चलते गुजरात के सीमावर्ती जिले कच्छ, बनासकांठा और पाटन के कुछ हिस्सों में ब्लैकआउट किया गया है। पाटन जिले के सीमावर्ती संतालपुर तालुका के गांवों में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है। गुजरात सीएमओ की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, मौजूदा स्थिति के कारण बनासकांठा जिले के सुईगाम और वाव तालुका के सभी गांवों में ब्लैकआउट लागू किया गया है। साथ ही स्थानीय लोगों से अफवाहों से बचने और प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया गया है। यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके। कश्मीर से लेकर गुजरात तक सेना और अन्य एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। सीमावर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है और सभी गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
सीमावर्ती जिलों में पुलिस सतर्क
पूर्वी कच्छ के एसपी सागर बागमार ने कहा कि 'मौजूदा स्थिति में गुजरात के सीमावर्ती जिलों में जिला पुलिस विभिन्न एंगल से बहुत सतर्क है और लगातार वाहन जांच में लगी हुई है। साथ ही सीमावर्ती गांवों के स्थानीय लोगों के साथ भी समन्वय कर रही है। हम लोगों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर रहे हैं। जहां तक जिले का सवाल है, प्रशासन ने फैसला किया है और रात 8 बजे के बाद लोगों से स्वैच्छिक ब्लैकआउट की अपील की है। हमें इस बारे में समाज के सभी वर्गों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।'
सीएम भूपेंद्र पटेल ने कार्रवाई की समीक्षा की
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मौजूदा स्थिति में जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के साथ चल रहे समन्वय की समीक्षा करने के लिए गांधीनगर में राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का दौरा किया। साथ ही किसी भी संभावित आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई की भी समीक्षा की।
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, 'मौजूदा स्थिति में जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के साथ चल रहे समन्वय की समीक्षा करने के लिए गांधीनगर में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का दौरा किया, साथ ही किसी भी संभावित आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई की भी समीक्षा की। अधिकारियों को आवश्यक निर्देश और मार्गदर्शन दिया। राज्य प्रशासन, केंद्रीय एजेंसियों के साथ पूरी तरह सतर्क है और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सक्रिय रूप से लगा हुआ है।'
गुजरात स्वास्थ्य विभाग ने रद्द कीं छुट्टियां
गंभीर स्थिति को देखते हुए गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों, पैरामेडिक्स और स्वास्थ्य कर्मचारियों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी हैं। केवल गंभीर बीमारी के मामलों में ही छुट्टी दी जाएगी। साथ ही पहले से छुट्टी पर गए सभी कर्मचारियों को तुरंत ड्यूटी पर लौटने के आदेश दिए गए हैं ताकि आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं में कोई बाधा न आए। अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को भी अलर्ट पर रखा गया है।