गुजरात के नर्मदा नदी पर बन रहे भड़भूत बैराज प्रोजेक्ट को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस प्रोजेक्ट के काम को लेकर अहम जानकारी दी है। दरअसल, सीएम भूपेंद्र पटेल सोमवार को प्रोजेक्ट साइट पर पहुंचे और काम का निरीक्षण किया तथा प्रदर्शन की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने एक समीक्षा बैठक की। इस मीटिंग में सीएम भूपेंद्र पटेल ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का 53 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट का काम जून 2027 तक खत्म हो जाएगा।
53 प्रतिशत पूरा हुआ प्रोजेक्ट का काम
समीक्षा बैठक में सीएम भूपेंद्र पटेल ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में अब तक 53 प्रतिशत फिजिकल प्रोग्रेस हो चुकी है। नर्मदा नदी की बाढ़ के प्रवाह को सही तरीके से जारी रखने के लिए बैराज प्रोजेक्ट का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। प्लानिंग के अनुसार, पहले चरण का 99 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। बैराज प्रोजेक्ट के बाकी बचे काम को दो चरणों में पूरा करने की योजना बनाई गई है। इसके पहले चरण का काम जुलाई 2026 तक पूरा किया जाएगा। वहीं, दूसरे चरण का काम जून 2027 में पूरा करने का प्लान है। इससे जलाशय में ताजा पानी संग्रहित हो सकेगा। इससे इंडस्ट्रियल और ड्रिंकिंग वाटर रेट्स के कलेक्शन से सालाना करीब 900 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
बैराज प्रोजेक्ट का उद्देश्य
भड़भूत बैराज प्रोजेक्ट का उद्देश्य भरूच-अंकलेश्वर क्षेत्र की खारी भूमि को बचाना है। इससे समुद्र में बह रहे लोकमाता नर्मदा के मीठे पानी को झील बनाकर कलेक्ट किया जा सकेगा। इस प्रोजेक्ट के जरिए भरूच और अंकलेश्वर क्षेत्रों में बाढ़ के कारण होने वाले लगातार कटाव और क्षति को रोका जा सकेगा। इसके साथ ही इस क्षेत्र में ड्रिंकिंग और इंडस्ट्रियल उपयोग के लिए खारे पानी को कलेक्ट किया जाएगा। इसके अलावा समुद्र के मुहाने से 70 किलोमीटर ऊपर शुक्लतीर्थ में समुद्र के पानी के प्रवाह को रोका जाएगा, जिससे खारेपन की समस्या खत्म होगी।
प्रोजेक्ट का बचा हुआ काम
प्रोजेक्ट के बाकी बचे काम के पहले चरण में कॉफरडैम, गर्डर कास्टिंग, सीमेंट कंक्रीट ब्लॉक कास्टिंग और हाइड्रो-मैकेनिकल कार्य, गेट और गेट लिफ्टिंग मैकेनिज्म आदि का निर्माण का काम किया जाएगा, जो अभी प्रगति पर है। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री को मछली पास और मछुआरा नौवहन चैनल का कार्य काफी हद तक पूरा हो चुका है। वहीं एप्रोच रोड का काम मई-2025 में पूरा हो जाएगा। उपलब्ध भूमि में बाढ़ सुरक्षा तटबंध का काम होगा, जो प्रगति पर है। ये काम दिसंबर-2025 में पूरा हो जाएगा।
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इसका भी किया निरक्षण
भूपेंद्र पटेल ने अपने दौरे के दौरान भरूच जिले के दहेज औद्योगिक एस्टेट में जेड प्लॉट नंबर 93 में करीब 558 करोड़ रुपये की लागत से बन रही झील और 90 एमएलडी डीप-सी पंपिंग स्टेशन का भी दौरा किया। जहां उन्होंने झील का निरीक्षण किया और एक वीडियो प्रेजेंटेशन के जरिए पूरे प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी ली।