Delhi Yamuna Ammonia level: हरियाणा द्वारा यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ाने संबंधी पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के दावों पर दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ शिल्पा शिंदे ने अपनी सफाई दी है। दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर बयानों पर आपत्ति जताई है।
जानकारी के अनुसार दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ ने लिखा- अरविंद केजरीवाल ने यमुना के पानी के बारे में जो दावा किया है वो तथ्यात्मक रूप से गलत है। ऐसे दावों से लोगों में भय पैदा हो सकता है, जो सही नहीं है। इसके अलावा पूर्व सीएम की बयानबाजी से यमुना से लगते राज्यों के साथ विभाग के संबंधों पर बुरा असर पड़ता है।
27 जनवरी को यमुना में अमोनिया का स्तर 7.2 mg/लीटर पहुंच गया था
इसके साथ ही जल बोर्ड सीईओ ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि यमुना के पानी मे जनवरी की शुरुआत में अमोनिया का स्तर 7.80 mg/लीटर चला गया था जो बाद में कम हो गया। अपनी चिट्ठी में आगे सीईओ ने लिखा कि बीते 10 दिनों से अब फिर से यमुना में अमोनिया का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने बताया कि सोमवार 27 जनवरी को यमुना में अमोनिया का स्तर 7.2 mg/लीटर पहुंच गया है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।
पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने लगाए थे ये आरोप
पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को आरोप लगाया था कि भाजपा की हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी को जहरीला कर दिया है ता कि लोग मरें और इसका दोष AAP पर जाए। उन्होंने कहा था कि दिल्ली जल बोर्ड की सतर्कता के कारण कथित जहरीला पानी पीने के पानी में मिलने से बच गया। अब दिल्ली जल बोर्ड की ओर से केजरीवाल के दावे को गलत करार दिया है, जिससे इस मामले ने नया मोड़ ले लिया है। बता दें फिलहाल वजीराबाद में यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा करीब 6.5 पीपीएम है। जिससे वजीराबाद और चंद्रावल वॉटर ट्रीटमेंट प्लांटों में उत्पादन लगभग 15 से 20 फीसदी कम हो रहा है। जिससे दिल्ली के कई इलाकों में पीने के पानी की किल्लत है।