Trendingipl auctionPollutionparliament

---विज्ञापन---

Rahul Gandhi की MVA के नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस, महाराष्ट्र चुनाव में गड़बड़ी के लगाए आरोप

Rahul Gandhi Press Conference: राहुल गांधी ने महाविकास अघाड़ी के नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 पर खुलकर बात की। उन्होंने मतदाता सूची और मतदान के आंकड़ों में अनियमितताओं की बात कही है।

Rahul Gandhi
Rahul Gandhi Press Conference: लोकसभा में विपक्ष के नेता और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी MVA के नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। उनके साथ शिवसेना UBT से संजय राउत और NCP शरद पवार से सुप्रिया सुले मौजूद हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि महाविकास अघाड़ी (MVA) ने महाराष्ट्र में पिछला चुनाव लड़ा था और संगठन महाराष्ट्र सरकार ने विपक्षी दल है। कांग्रेस उस दल का प्रतिनिधित्व कर रही है। राहुल गांधी ने कहा कि हम महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के बारे में जानकारियां इकट्ठी कर रहे हैं। मतदाताओं और मतदान के आंकड़ों का अध्ययन किया गया है। हमारी टीमें काम कर रही हैं और हमें सूचियों में कई अनियमितताएं मिली हैं। बता दें कि महाविकास अघाड़ी के नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस ऐसे वक्त पर हो रही है, जब दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने वाले हैं। कल 8 फरवरी दिन शनिवार को दिल्ली में चुनाव मतगणना होगी।  

चुनाव आयोग से मांगी मतदाता सूचियां

राहुल गांधी ने कहा कि हम चुनाव आयोग से कह रहे हैं कि हमें विसंगतियां मिल रही हैं। हमें मतदाता सूची चाहिए, महाराष्ट्र के मतदाताओं के नाम और पते चाहिए। हमें लोकसभा चुनाव की मतदाता सूची चाहिए। हमें दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची चाहिए। क्योंकि हम वास्तव में समझना चाहते हैं कि ये नए जोड़े गए लोग कौन हैं? कई, कई, कई मतदाता हैं, जिनके नाम सूचियों से हटा दिए गए हैं। जो मतदाता एक बूथ में हैं, उन्हें दूसरे में स्थानांतरित कर दिया गया है। इनमें से अधिकतर मतदाता दलित समुदाय से आते हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने हमें कोई जवाब नहीं दिया है।   राहुल गांधी ने कहा कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव 2024 के बीच 5 वर्षों में 32 लाख मतदाता जोड़े गए। कांग्रेस, NCP शरद पवार, शिवसेना (UBT) ने जिन इलाकों में चुनावी जीत हासिल की, उनमें विधानसभा चुनाव से पहले 39 लाख मतदाता जोड़े गए। सवाल यह है कि यह 39 लाख मतदाता कौन हैं? यह हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं की कुल संख्या के बराबर है। दूसरा मुद्दा यह है कि महाराष्ट्र में राज्य की कुल मतदान आबादी से अधिक मतदाता क्यों हैं? महाराष्ट्र में अचानक मतदाता पैदा हो गए हैं...ऐसा कैसे हो गया?


Topics:

---विज्ञापन---