New Delhi: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार और 12 अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है। एनआईए ने दावा किया है कि इन आरोपियों का बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) और कई अन्य खालिस्तानी समर्थक संगठनों से संबंध हैं।
एनआईए ने सभी 14 आरोपियों पर आतंकवाद फैलाने और धार्मिक नेताओं, फिल्मी सितारों, गायकों और व्यापारियों की टारगेट किलिंग को अंजाम देने के लिए अपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया है।
साथ ही ये पाकिस्तान में बैठे भारत विरोधी षडयंत्रकारियों के अलावा कनाडा, नेपाल और अन्य देशों में स्थित खालिस्तान समर्थकों के संपर्क में भी थे।
2015 से जेल में है लॉरेंस बिश्नोई
बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई 2015 से जेल में है। वह कनाडा में बैठे अपने सहयोगी गोल्डी बरार के साथ मिलकर कई राज्यों में जेलों से अपने आतंकी-अपराध सिंडिकेट का संचालन कर रहा है। बिश्नोई पर नवंबर 2022 में फरीदकोट में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी प्रदीप कुमार की हत्या का आरोप है।
खुफिया मुख्यालय पर BKE के कहने पर किया था हमला
लॉरेंस बिश्नोई मोहाली में पंजाब राज्य खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) हमले का भी जिम्मेदार है। इसे पाकिस्तान स्थित बीकेआई आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा के निर्देश पर अंजाम दिया गया था।
आतंकवाद रोधी एजेंसी ने कहा कि बराड़ का संबंध लखबीर सिंह उर्फ लांडा से पाया गया है, जो कि रिंडा के साथ मिलकर काम करने वाला एक अन्य बीकेआई ऑपरेटिव है।
एनआईए ने 74 स्थानों पर की थी छापेमारी
एनआईए ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, चंडीगढ़ और दिल्ली में 74 स्थानों पर छापेमारी कर भारी मात्रा में नौ अवैध हथियार, 14 मैगजीन, 298 राउंड गोला बारूद और 183 डिजिटल उपकरण और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है।
62 बैंक खाते किए गए सील
एनआईए द्वारा इस मामले में अब तक सात लुक आउट सर्कुलर और पांच गैर-जमानती वारंट जारी किए गए हैं। जिसने धारा 25 गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत सात अचल संपत्तियों को भी कुर्क और जब्त कर लिया है और 62 बैंक खातों को सील कर दिया है।
एजेंसी ने कहा कि आगे की जांच में एनआईए को हरियाणा और पंजाब में स्थापित ठिकानों का पता चला, जिनका इस्तेमाल गैंगस्टरों को शरण देने और हथियार जमा करने के लिए किया जा रहा था।