IRCTC SCAM : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव, पत्नी राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के लिए बुधवार का दिन अहम होने वाला है। आईआरसीटीसी घोटाले के अलावा आय से अधिक संपत्ति मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में बुधवार को सुनवाई के दौरान लालू प्रसाद यादव समेत कुल 16 लोगों पर आरोप तय किए जाएंगे। लालू यादव पहले ही चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता हैं और फिलहाल जमानत पर चल रहे हैं।
तेजस्वी की बढ़ सकती है मुश्किल
राजनीति से जुड़े जानकारों की मानें तो केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) कोर्ट अगर बुधवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर आरोप तय करती है तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी समेत समूचा विपक्ष हमलावर हो सकता है। यूं भी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लालू परिवार पहले से ही घिरा हुआ है। आरोप तय होते ही INDIA पर सत्ता पक्ष हावी हो सकता है, क्योंकि विपक्षी गठबंधन में लालू की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल भी शामिल है।नंबर 2 आरोपी हैं तेजस्वी
आईआरसीटीसी घोटाला मामले में आरोपी नंबर 1 लालू यादव हैं तो आरोपी नंबर 2 राबड़ी यादव। इसके अलावा, आरोपी नंबर 3 तेजस्वी यादव हैं। इसमें कुल 16 आरोपी हैं। गौरतलब है कि पिछली सुनवाई के दौरान आरोपी नंबर 10 राकेश सक्सेना और आरोपी नंबर 11 भूपेंद्र कुमार अग्रवाल पर आरोप तय करने के लिए दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में बहस हुई थी।
इसी मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव को भी आरोपी बनाया है, जहां उनके खिलाफ सीबीआई ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है। इसके अलावा, प्रवर्तन निदेशालय द्वारा इसी मामले की जांच के दौरान लाल परिवार और उनके परिवार की 6 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया गया था।
सीबीआई का आरोप है कि पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने UPA सरकार के कार्यकाल के दौरान साल 2004 से 2009 के बीच जब रेल मंत्री थे तो उनके द्वारा आईआरसीटीसी द्वारा चलाए जाने वाले होटलों का संचालन देने के एवज में जमीन अपने नाम लिखवाया था। इसके साथ साथ जमीन लालू और उनके परिवार के सदस्यों के नाम की लिख दी गई थी।
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