Delhi News: दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के लापता छात्र नजीब अहमद को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। इस मामले की जांच कर रही CBI ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सोमवार को मामले की क्लोजर रिपोर्ट पेश की है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
2018 से सीबीआई कर रही थी जांच
बता दें कि JNU छात्र नजीब अहमद 15 अक्टूबर 2016 में लापता हो गया था। इसके बाद इस मामले में जमकर हंगामा हुआ था। दिल्ली पुलिस से करीब 2 साल तक नजीब अहमद की खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। छात्र संगठनों और नजीब की मां समेत उसके परिवार ने इस मामले में धरना प्रदर्शन शुरू किया। इसके बाद मामले की जांच अक्टूबर 2018 में सीबीआई को सौंपी गई।
7 साल बाद क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में की पेश
सीबीआई इस मामले की करीब 7 साल से जांच कर रही है। इन 7 सालों में हर तरह से सीबीआई ने नजीब का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया। जिसके बाद सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट बनाने की तैयारी शुरू कर दी। 1 जुलाई 2025 को सीबीआई ने मामले की क्लोजर रिपोर्ट दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश की है।
हमेशा के लिए बंद हुआ नजीब अहमद का केस
सीबीआई की इस क्लोजर रिपोर्ट को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। इसी के साथ पिछले करीब 9 सालों से चल रहा लापता नजीब अहमद का केस हमेशा के लिए बंद हो गया। हालांकि कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि भविष्य में अगर कोई सबूत मिलता है तो इस केस को दोबारा खोला जा सकता है।