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दिल्लीवालों के लिए खुशखबरी! अगले सप्ताह सड़कों पर उतरेंगी 250 से ज्यादा नई इलेक्ट्रिक बसें, आसान होगा सफर

दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार सड़कों पर नई बसें उतारने की तैयारी में है। दिल्ली सरकार अगले सप्ताह से 250 से ज्यादा नई इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर उतारने की तैयारी कर रही है। इनमें मिनी इलेक्ट्रिक बसें भी शामिल हैं, जिन्हें पहले मोहल्ला बस योजना के तहत चलाने की योजना थी।

दिल्ली की भाजपा सरकार परिवहन की सुविधा को और आसान बनाने के लिए सड़कों पर नई बसें उतारने की तैयारी में है। दिल्ली सरकार की 'ग्रीन दिल्ली' पहल के तहत जल्द ही डीटीसी के बेड़े में 250 से ज्यादा नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल हो जाएंगी। दिल्ली सरकार अगले सप्ताह से दिल्ली की सड़कों पर नई और छोटी इलेक्ट्रिक बसें उतारने की तैयारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक, 22 अप्रैल को 250 से ज्यादा नई इलेक्ट्रिक बसों को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और परिवहन मंत्री डॉ. पंकज सिंह हरी झंडी दिखाएंगे। ये सभी बसें एयर कंडिशन्ड होंगी।

लंबे समय से डिपो में खड़ी हैं बसें

बताया जा रहा है कि इनमें 150 से ज्यादा 9 मीटर लंबाी वाली मिनी इलेक्ट्रिक बसें होंगी, जो लंबे समय से डिपो में खड़ी हैं। इससे पहले आम आदमी पार्टी की सरकार के कार्यकाल में 'मोहल्ला बस योजना' के तहत संकरी सड़कों वाले इलाकों में मिनी बसें चलाने की योजना बनाई गई थी। इसके लिए इन बसों का ट्रायल भी किया गया था, लेकिन पूरे तरीके से यह स्कीम लॉन्च नहीं हो पाई थी। अब बीजेपी सरकार एक नए नाम के साथ इन बसों को सड़कों पर उतारने जा रही है।

अगले हफ्ते से दौड़ेंगी नई इलेक्ट्रिक बसें

परिवहन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 22 अप्रैल की सुबह 250 से ज्यादा इलेक्ट्रिक बसों को लॉन्च करने की तैयारी है। इसके लिए साउथ दिल्ली स्थित कुशक नाला डिपो पर एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के साथ दिल्ली के परिवहन मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह भी शामिल होंगे। दोनों मिलकर इन बसों को हरी झंडी दिखाकर अलग-अलग रूटों पर रवाना करेंगे। मिनी इलेक्ट्रिक बसों के अलावा 12 मीटर लंबी स्टैंडर्ड साइज वाली लगभग 100 इलेक्ट्रिक बसें भी लॉन्च की जाएंगी।

इसी हफ्ते 462 बसों का परिचालन हुआ था बंद

बता दें कि बुधवार को दो क्लस्टरों की 462 बसों का परिचालन बंद हुआ है। जिसके चलते लोगों को बसों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। ये सभी सीएनजी से चलने वाली पुरानी स्टैंडर्ड फ्लोर नॉन एसी बसें थीं। परिवहन विभाग के सूत्रों का कहना है कि सरकार का फोकस अब नई इलेक्ट्रिक और एयर कंडीशंड बसें चलाने पर है। इसी वजह से अब जिन क्लस्टरों में पुरानी बसें चल रही हैं, उनके ऑपरेटरों के कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू नहीं किए जा रहे हैं।


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