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दिल्ली में फिर हो सकती है पानी की किल्लत, अमोनिया ट्रीटमेंट प्लांट में हो रही देरी, जल मंत्री ने दिए निर्देश

Delhi Water Shortage Again: दिल्ली के जल मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को लिखित निर्देश देते हुए अमोनिया ट्रीटमेंट प्लांट प्रोजेक्ट में हो रही देरी का कारण पूछा है।

Delhi Water Shortage Again, नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बार फिर से पानी के किल्लत हो सकती है। दरअसल, यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर काफी बढ़ गया है, जिसके कारण दिल्ली के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति में बाधा आ रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने मार्च 2023 में दिल्ली जल बोर्ड को वजीराबाद रिजर्वायर में अमोनिया ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करना निर्देश दिया था। सीएम केजरीवाल ने इस काम को 6 महीने के अंदर पूरा करने के लिए कहा था, लेकिन अभी तक इस प्रोजेक्ट की शुरुआत ही नहीं हुई है। इस प्रोजेक्ट को लेकर हो रही देरी पर जल मंत्री आतिशी नाराजगी जताई है। इसके साथ उन्होंने प्रजेक्ट जल्द शुरू करने के लिए मुख्य सचिव को लिखित निर्देश दिया है।

मुख्य सचिव को आतिशी का निर्देश

जल मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को लिखित निर्देश देते हुए अमोनिया ट्रीटमेंट प्लांट प्रोजेक्ट में हो रही देरी का कारण पूछा है। इसके साथ ही उन्होंने मुख्य सचिव को एक टाइमलाइन देने के लिए कहा और पूछा कि यह प्लांट कब तक तैयार होगा। इसके साथ ही उन्होंने मुख्य सचिव को इस प्रोजेक्ट को मॉनिटर करने का निर्देश दिया। आतिशी ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वह सुनिश्चित करें कि इन-सीटू अमोनिया ट्रीटमेंट प्लांट के लिए टेंडर 15 जनवरी तक जारी हो जाए। यह भी पढ़ें: शिमला-मनाली जाने का है प्‍लान तो पढ़ लें मौसम विभाग का अलर्ट

दिल्ली के ये इलाके होंगे प्रभावित 

आतिशी ने कहा कि यमुना नदी में अमोनिया का स्तर 2.8 पीपीएम तक पहुंच गया। इसकी वजह से चंद्रावल और वज़ीराबाद में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के उत्पादन क्षमता को काफी प्रभावित किया है। इस कारण वजीराबाद और चंद्रावल प्लांट की प्रोडक्शन कैपिसिटी उनकी कुल क्षमता से लगभग 50% तक कम हो गई। इस कारण पानी का उत्पादन भी औसतन लगभग 35-40% कम हो गया। इस बड़ी समस्या के कारण दिल्ली के लगभग एक चौथाई हिस्से पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इसकी वजह से सदर बाजार, सिविल लाइन्स, पुरानी दिल्ली, मुखर्जी नगर, बुराड़ी, पटेल नगर, राजिंदर नगर, करोल बाग जैसे घनी आबादी वाले इलाके प्रभावित हुए हैं।


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