TrendingPollutionLionel MessiGoa

---विज्ञापन---

केजरीवाल सरकार का किसानों को तोहफा, खेतों में बायो डी-कंपोजर का होगा फ्री छिड़काव

Delhi Govt Free Spraying Bio-De-Composer Field, नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार इस साल दिल्ली में 5 हजार एकड़ से ज्यादा क्षेत्रफल के खेतों में निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव करवाएगी। बायो डी-कंपोजर का छिड़काव शुक्रवार को तिगीपुर, नरेला विधान सभा से शुरू किया जाएगा। दिल्ली के विकास मंत्री गोपाल राय ने बताया कि बायो डी-कंपोजर के […]

Delhi Govt Free Spraying Bio-De-Composer Field, नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार इस साल दिल्ली में 5 हजार एकड़ से ज्यादा क्षेत्रफल के खेतों में निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव करवाएगी। बायो डी-कंपोजर का छिड़काव शुक्रवार को तिगीपुर, नरेला विधान सभा से शुरू किया जाएगा। दिल्ली के विकास मंत्री गोपाल राय ने बताया कि बायो डी-कंपोजर के छिड़काव को लेकर 13 टीम का गठन किया गया है।

खेतों में निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव

विकास मंत्री ने कहा कि सरकार इस साल पराली गलाने के लिए 5000 एकड़ से ज्यादा क्षेत्रफल के खेतों में निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव करवाएगी। अभी किसानों से फॉर्म भरवाया जा रहा है आगे जरूरत हुई तो और भी खेतों में इसका छिड़काव कराया जाएगा। पूसा संस्थान खुद से बायो डिकम्पोजर घोल बनाकर दिल्ली सरकार को मुहैया करा रही है। बासमती और गैर बासमती धान के सभी खेतों में सरकार द्वारा निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव किया जाएगा। यह भी पढ़ें: पंजाब के पूर्व CM चन्नी की मुसीबतें बढ़ी, अब गोवा में जमीन पर विजिलेंस की नजर, आदेश- एक-एक रिकॉर्ड खंगालो

विंटर एक्शन प्लान

मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सरकार दिल्ली के अंदर सर्दियों के मौसम में होने वाले वायु प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए 15 बिंदुओं का विंटर एक्शन प्लान बनाया है। सरकार दिल्ली द्वारा बनाए गए विंटर एक्शन प्लान के 15 फोकस पॉइंट में पराली जलाना भी प्रदूषण की समस्या के उपाय भी शामिल है। इसी समस्या के समाधान के तहत दिल्ली सरकार पराली को खेतों में ही गलाने के लिए बायो डि-कंपोजर का निःशुल्क छिड़काव शुरू कर रही है।

बायो डी-कंपोजर के फायदे

मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर कुछ हिस्सों में ही धान की खेती की जाती है। दिल्ली में पराली से प्रदूषण न हो, इसीलिए पिछले सालों में बायो डी-कंपोजर का खेतों में मुफ्त छिड़काव किया था। इसके हमे सकारात्मक परिणाम देखने को मिले। बायो डी-कंपोजर के छिड़काव से पराली खेत में गल गई, जिससे वहां के जमीन की उपजाऊ क्षमता में भी बढ़ोतरी हुई। किसानों के सामने एक समस्या यह भी रहती है कि धान की फसल की कटाई और गेहूं की बुवाई के बीच में समय का अंतराल बहुत ही कम होता है। इसलिए सरकार समय रहते अभी से इस काम में लग गई है।


Topics:

---विज्ञापन---