Delhi Assembly Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार कालकाजी हॉट सीट बनी हुई है। पहली बार ही इस सीट से 2020 में जीतकर विधायक बनीं आतिशी दिल्ली की मौजूदा सीएम हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) ने दूसरी बार उनको इसी सीट से मैदान में उतारा है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उनके सामने रमेश बिधूड़ी को टिकट दिया है। बिधूड़ी पहले 2 बार सांसद रह चुके हैं। कांग्रेस ने अपनी वरिष्ठ नेता अलका लांबा पर दांव खेला है। ऐसे में मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है।
यह सीट दिल्ली की हॉट सीटों में शुमार हो गई है। 1972 में यह सीट पहली बार अस्तित्व में आई थी। पहली बार यहां ये बीजेपी की पूर्णिमा सेठी जीतकर विधायक बनी थीं। इसके बाद लगातार 3 चुनाव (1998 से 2008) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुभाष सेठी ने जीते थे। सेठी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं। 2013 में यहां से बीजेपी ने दोबारा जीत दर्ज की, तब उसने शिरोमणि अकाली दल (SAD) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था।
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आप के उम्मीदवार अवतार सिंह यहां से 2015 में पहली बार विधायक बने थे। कालकाजी सीट की पहचान यहां मौजूद कालकाजी मंदिर के नाम से है। 2020 के चुनाव में भी यहां से आप ने जीत दर्ज की थी। तीसरी बार आतिशी यहां से हैट्रिक बनाने में कामयाब रहेंगी या एक दशक बाद बीजेपी कमल खिलाएगी, यह देखने वाली बात होगी। कांग्रेस की उम्मीदवार अलका लांबा अगर विजय हासिल कर लेती हैं, तो पार्टी को खोई जमीन वापस मिलेगी।
आप में रह चुकीं अलका लांबा
एक समय अलका लांबा ने कांग्रेस से ही अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था। बाद में वे आप में शामिल हो गई थीं। 2015 में आप ने उन्हें चांदनी चौक से टिकट दिया था। अलका लांबा ने जीत हासिल की थी, लेकिन बाद में वे कांग्रेस में लौट आई थीं। फिलहाल कांग्रेस ने उनको महिला विंग की प्रभारी की जिम्मेदारी दे रखी है।
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बताया जा रहा है कि अलका लांबा यहां से चुनाव नहीं लड़ना चाह रही थीं, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उनको मना लिया था। इसके बाद उनको टिकट देने का ऐलान किया गया था। बीजेपी के रमेश बिधूड़ी 2014 और 2019 में दक्षिणी दिल्ली से लगातार सांसद रहे हैं। इस सीट में कालकाजी, महारानी बाग, ईस्ट ऑफ कैलाश, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, सुखदेव विहार और नेहरू प्लेस जैसी पॉश और रिहायशी कॉलोनियां आती हैं। इस सीट पर अधिकतर वोट झुग्गियों में रहने वाले लोगों के हैं। इसके बाद पंजाबी वोटरों की तादाद ज्यादा है। कुल वोटर लगभग 2 लाख हैं।