Delhi Assembly Elections: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार को प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की थी। सूची में 29 उम्मीदवारों के नाम थे। अभी तक बीजेपी 58 उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। करावल नगर सीट से पार्टी ने मौजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट का टिकट काट दिया है। उनके बजाय पार्टी ने इस बार कपिल मिश्रा पर भरोसा जताया है। कपिल को टिकट दिए जाने का विरोध अब बिष्ट ने किया है। ANI से बातचीत में मोहन बिष्ट ने इसे पार्टी की बड़ी गलती करार दिया। बता दें कि 2020 में मोहन बिष्ट ने आम आदमी पार्टी (AAP) के दुर्गेश पाठक को शिकस्त दी थी।
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बिष्ट इस सीट से 1998 से लगातार चुनाव लड़ते रहे हैं। उनको सिर्फ एक ही बार हार का सामना करना पड़ा है। अब बिष्ट ने ऐलान किया है कि वे किसी और सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे। वे सिर्फ करावल नगर से ही अपना नामांकन दाखिल करेंगे। वरिष्ठ नेता ने अपनी पार्टी के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी सोच रही है कि किसी को भी टिकट देगी तो जीत जाएगा। ऐसा कभी नहीं हो सकता। करावल नगर के अलावा घोंडा, बुराड़ी, गोकलपुरी, सीलमपुर और नंद नगरी सीटों पर क्या होगा, यह सब आने वाले समय में साफ हो जाएगा?
'17 जनवरी को दाखिल करूंगा नामांकन'
वे करावल नगर से 17 जनवरी को नामांकन दाखिल करेंगे, कहीं और नहीं जाने वाले। हालांकि टिकट मिलने के बाद कपिल मिश्रा ने अपनी जीत का दावा किया है। मिश्रा ने कहा कि लोग बीजेपी को समर्थन देने के लिए उत्साहित हैं। दिल्ली में बदलाव की लहर है, वे यहां से बड़ी जीत हासिल करेंगे। जनता बीजेपी की सरकार बनाएगी, यह तय हो चुका है। बता दें कि कपिल मिश्रा ने 2015 में आप के टिकट पर करावल नगर से चुनाव लड़ा था। उन्होंने बिष्ट को शिकस्त दी थी, तब आम आदमी पार्टी ने उनको मंत्री बनाया था। 2017 में उनको हटा दिया गया था। मिश्रा के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, जिसके बाद आप ने उनको निकाल दिया था।
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मिश्रा ने 2019 में दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ज्वाइन की थी। उन्होंने नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शनों को 'मिनी पाकिस्तान' कहकर देशभर में सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने दिल्ली पुलिस को चेतावनी दी थी कि वह चांदबाग और जाफराबाद में प्रदर्शन स्थलों को खाली करवाए या नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहे। बता दें कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को वोटिंग होनी है, 8 फरवरी को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। भाजपा का दावा है कि वह जीत हासिल कर आप को सत्ता से बेदखल करेगी।