New Delhi: गले में फूलों की माला...और चेहरे पर मुस्कान। कांग्रेस के मीडिया चेयरमैन पवन खेड़ा को जब सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को अंतरिम जमानत दी तो वे काफी खुश नजर आए। खेड़ा ने कहा, एफआईआर और सम्मन की कॉपी दिए बिना मुझे फ्लाइट से उतार लिया गया।
फिर असम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लेकिन मुझे न्याय प्रणाली पर पूरा भरोसा था। सुप्रीम कोर्ट ने मेरी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा की है।
राहुल गांधी के प्रयासों को और मजबूत करूंगा
पवन खेड़ा ने कहा कि इस देश के संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए हमारे नेता राहुल गांधी निडर होकर संघर्ष कर रहे हैं। मैं उनके प्रयासों को और मजबूत करूंगा। मैं अभी रायपुर जा रहा हूं।
जानिए क्यों गिरफ्तार हुए थे पवन खेड़ा
दरअसल, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा गुरुवार को रायपुर जा रहे थे। रायपुर में 24 फरवरी से कांग्रेस का अधिवेशन शुरू हो रहा है। खेड़ा दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो विमान में बैठे थे, तभी उन्हें नीचे उतारा गया। इसके बाद असम पुलिस ने पहले हिरासत में फिर गिरफ्तार कर लिया।
असम पुलिस ने तर्क दिया कि खेड़ा की गिरफ्तारी कम्युनल डिस्टरबेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर दीमापुर में दर्ज केस को लेकर की गई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट के बाहर मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ जमकर नारे लगाए। वहीं, वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए थे।
सुप्रीम कोर्ट में बताया कि पवन खेड़ा ने माफी मांग ली है। उनकी जुबान फिसल गई थी। इस सुप्रीम कोर्ट ने पवन खेड़ा को अंतरिम जमानत दी है। साथ ही यूपी और असम सरकार को नोटिस जारी किया है।