क्या होती है क्लाउट सीडिंग
क्लाउड का अर्थ होता है बादल और सीडिंग का अर्थ है बुवाई। कुलमिलाकर क्लाउड सीडिंग का अर्थ हुआ बादलों की बुवाई। इस तकनीक के जरिये जरूरत पड़ने पर तय जगह पर बारिश कराई जाती है। क्लाउट सीडिंग को लेकर पूरा प्रयोग आइआइटी कानपुर कर चुका है। इसके बाद अब देश के किसी भी हिस्से में जरूरत पड़ने पर बारिश कराई जा सकती है, हालांकि अब तक कहीं भी बारिश नहीं कराई गई।हार्ट अटैक और कोरोना वैक्सीन के बीच क्या कोई कनेक्शन है? Study में हुआ खुलासा
कृत्रिम बारिश की कड़ी में सबसे पहले एयरक्राफ्ट (विमान) के जरिये बादलों में सिल्वर आयोडाइड मिलाया जाता है। इसके बाद स्प्रे के जरिये बादलों के कणों में मिलाया जाता है। दरअसल, सिल्वर आयोडाइड प्राकृतिक बर्फ की तरह होती है। इस प्रक्रिया में बादलों का पानी भारी हो जाता है और फिर बारिश होती है।
इस प्रक्रिया में जब विमान तय ऊंचाई पर पहुंचता है तो कृत्रिम बादलों में बीज बोए जाते हैं। इसके बाद ही बारिश हो जाती है। इस दौरान बारिश की बूंदें अपेक्षाकृत बड़ी होती हैं। कुल मिलाकर इसी प्रक्रिया को क्लाउट सीडिंग कहा जाता है।
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