Akhilesh Yadav: अखिलेश यादव लगातार चुनाव में होने वाली धांधली को लेकर सवाल उठाते आए हैं। उन्होंने एक बार फिर से अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पिछले कई सालों में चुनाव के दौरान हटाए गए अधिकारियों पर सवाल उठाए। अखिलेश ने कहा कि जब 2017 में चुनाव हुए थे, तब चुनाव आयोग ने कई अधिकारियों को हटा दिया था। बताओं इसके बाद से कब अधिकारियों को हटाया गया? इसके साथ ही उन्होंने एक लिस्ट भी मीडिया के सामने रखी, जिसमें अखिलेश ने फर्जी वोटों पर बात की।
पिछड़ी जातियों के वोट काटते हैं- अखिलेश
चुनाव आयोग पर अखिलेश यादव ने सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि 'पिछड़ी जातियों के जानबूझकर वोट काटे जाते हैं। ये चुनाव जीत लेते हैं। इसके बाद ऐसा दिखाते हैं कि देखो, हमें पिछड़ा वोट मिल रहा है।' अखिलेश ने कहा कि अब इलेक्शन कमीशन की बात आई है, तो मैं इसके लिए कागज के साथ बात करूंगा। अखिलेश ने इसके बाद सभी मीडिया वालों को एक-एक कॉपी दी।
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अखिलेश कहते दिख रहे हैं कि ये मेल की रसीद है। अखिलेश ने जो लिस्ट दिखाई उसमें बहुत से वोट ऐसे दिख रहे हैं जिन्हें डिलीट किया गया है। हम बहुत ही कम वोटों से चुनाव हारे हैं।
अधिकारियों को हटाए जाने पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने कहा कि 'हमारी मांग केवल यह है कि अगर आप एक DM को निलंबित करते हैं, तो पूरे देश में एक भी वोट नहीं कटेगा। जब 2017 में चुनाव हुए थे, तो चुनाव आयोग ने कई अधिकारियों को हटाया था।' उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि 'मुझे बताएं कि 2019, 2022 और 2024 में क्या एक भी अधिकारी को हटाया गया?'
उन्होंने कहा कि 'जब से उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, तब से शिकायत के बाद भी एक अधिकारी को भी नहीं हटाया गया है।' उन्होंने कहा कि 'इसका मतलब ये है कि चुनाव आयोग भाजपा की बात ज्यादा सुनता है।'
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