दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के बाद पार्टी ने अब नई रणनीति के तहत स्टूडेंट विंग की शुरुआत की है। माना जा रहा है कि यह कदम पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने और युवाओं को जोड़ने की कोशिश के तहत उठाया गया है।
केजरीवाल ने किया स्टूडेंट विंग का एलान
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मुझे खुशी है कि आज आम आदमी पार्टी का स्टूडेंट विंग लॉन्च हो रहा है। देश में आज भी लोगों को अच्छी शिक्षा, इलाज और मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। आम आदमी दुखी है और इसकी जिम्मेदार मुख्यधारा की राजनीति है, जिसमें कांग्रेस और बीजेपी शामिल हैं।”
उन्होंने कहा कि आज यह तय करना कि किसी को बिजली, शिक्षा या स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी या नहीं, यह सब मेनस्ट्रीम पॉलिटिक्स के हाथ में है।
"AAP करती है वैकल्पिक राजनीति"
केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी वैकल्पिक राजनीति (Alternative Politics) की मिसाल है। उन्होंने कहा कि हमने बीते 10 वर्षों में दिल्ली के सरकारी स्कूलों को सुधारा, शिक्षा माफिया को कमजोर किया और मुफ्त बिजली दी। लेकिन अब बीजेपी ने तीन महीने में दिल्ली की हालत खराब कर दी है।”
बुनियादी समस्याओं की ओर इशारा
केजरीवाल ने आगे कहा: “आज जो समस्याएं हैं, वो बुनियादी हैं, लोगों के पास खाना नहीं है, पढ़ाई की सुविधा नहीं है, इलाज नहीं है, सड़कें टूटी हैं और बेरोजगारी चरम पर है। खुश कौन है? छात्र, महिलाएं, व्यापारी, उद्योग जगत...सब दुखी हैं। ”
छात्र राजनीति में उतरने की तैयारी
AAP ने स्पष्ट किया है कि उसका स्टूडेंट विंग अब विश्वविद्यालयों में सक्रिय भूमिका निभाएगा। पार्टी की तरफ से कहा गया कि “यह कैंपस में बदलाव की दिशा में एक आंदोलन की शुरुआत है।" आने वाले समय में दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू और अन्य संस्थानों में होने वाले छात्रसंघ चुनाव आम आदमी पार्टी का स्टूडेंट विंग लड़ेगा।