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TS Singh Deo: छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले कांग्रेस हाईकमान का बड़ा दांव, टीएस सिंह देव को बनाया डिप्टी सीएम

TS Singh Deo: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस हाईकमान ने बड़ा दांव खेल दिया है। काफी दिनों से नाराज चल रहे त्रिभुवनेश्वर शरण सिंह देव (टीएस सिंह देव) को डिप्टी सीएम बनाया है। 70 साल के टीएस सिंह वर्तमान में भूपेश बघेल सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। उनके पास स्वास्थ्य विभाग है। 2018 […]

Bhupesh Baghel And TS Singh Deo
TS Singh Deo: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस हाईकमान ने बड़ा दांव खेल दिया है। काफी दिनों से नाराज चल रहे त्रिभुवनेश्वर शरण सिंह देव (टीएस सिंह देव) को डिप्टी सीएम बनाया है। 70 साल के टीएस सिंह वर्तमान में भूपेश बघेल सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। उनके पास स्वास्थ्य विभाग है। 2018 के चुनाव में उन्हें मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। कांग्रेस हाईकमान के इस फैसले से पहले टीएस सिंह देव ने साफ किया था कि आगामी विधानसभा चुनाव में भूपेश बघेल ही प्रमुख चेहरा होंगे। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर टीएस सिंह देव एक वफादार कांग्रेस नेता और एक सक्षम प्रशासक हैं। डिप्टी सीएम के रूप में उनकी सेवाओं से राज्य को बहुत फायदा होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिंहदेव को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि हैं तैयार हम। महाराजा साहब को बधाई।

सुबह हुई दिल्ली में अहम बैठक

बुधवार को छत्तीसगढ़ को लेकर दिल्ली में अहम बैठक हुई थी। जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एआईसीसी महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, प्रभारी महासचिव कुमारी शैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ के नेता शामिल हुए थे। सूत्रों का कहना है कि बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार और संगठन के बीच दूरियां हो गई है। ब्यूरोक्रेसी ज्यादा हावी है।सरकार और संगठन की इन दूरियों को कम करने की आवश्यकता है।

कुमारी शैलजा बोलीं- मिलकर लड़ेंगे चुनाव

बैठक के बाद छत्तीसगढ़ की कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा ने टीएस सिंह देव और भूपेश बघेल के बीच संघर्ष की खबरों पर कहा कि सभी लोग मिलकर आराम से चुनाव लड़ेंगे।

सरगुजा के महराज हैं सिंहदेव

टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर से राजनीति करते हैं। उनकी गिनती छत्तीसगढ़ में दिग्गज कांग्रेसियों में होती है। वह सरगुजा के महराज हैं। उनका यूपी से भी तालुक है। उनका जन्म 31 अक्टूबर 1952 को प्रयागराज जिले में हुआ था। जानकार मानते हैं खेमेबाजी, गुटबाजी को खत्म करने के लिए कांग्रेस ने यह दांव खेला है। कांग्रेस चाहती है कि भाजपा को चुनाव में कोई फायदा न मिले। यह भी पढ़ें: Adipurush फिल्म को पास करना ब्लंडर, इलाहाबाद हाईकोर्ट बोला- कुरान पर ऐसी डॉक्यूमेंट्री बनाते तब देखते क्या होता


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