TrendingYear Ender 2025T20 World Cup 2026Bangladesh Violence

---विज्ञापन---

CM विष्णुदेव साय ने किया ‘क्लाइमेट चेंज कॉन्क्लेव 2024’ का शुभारंभ, बोले- जलवायु परिवर्तन से एक साथ निपटना होगा

CM Vishnudev Sai Address: कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए सीएम साय ने कहा कि आज के समय में लोग ज्यादा सुख-सुविधाओं का लाभ लेने के लिए प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

सीएम विष्णुदेव साय का संबोधन
CM Vishnudev Sai's Address: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रायपुर के एक होटल में आयोजित 'छत्तीसगढ़ क्लाइमेट चेंज कॉन्क्लेव 2024' प्रोग्राम में पहुंचे। सीएम साय ने दीप प्रज्ज्वलित करते हुए 'छत्तीसगढ़ क्लाइमेट चेंज कॉन्क्लेव 2024' की शुरुआत की। इस दौरान कर्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम साय ने कहा कि इन दिनों दुनिया के लिए जलवायु परिवर्तन एक बड़ी समस्या है। क्लाइमेट चेंज के प्रतिकूल प्रभाव की वजह से आज पृथ्वी के सभी लोगों को सूखा, वर्षा और चक्रवाती बारिश जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस जलवायु परिवर्तन को लेकर ये कुछ ऐसी चुनौतियां हैं, जो पूरी दुनिया के सामने खड़ी हैं। हमें इससे निपटने के लिए प्रकृति को बचाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने की जरूरत है।

सीएम साय का संबोधन 

कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए सीएम साय ने कहा कि आज हम लोग ज्यादा सुख-सुविधाओं का लाभ लेने के लिए प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इसकी वजह से असंतुलन की स्थिति बनती है, विसंगतियां आती हैं। क्लाइमेट चेंज की वजह से आने वाली चुनौती के समाधान के लिए साल 2015 में पेरिस समझौता किया गया था, जिसमें कुल 196 देश शामिल हैं। यह सभी देश अपने पर्यावरण को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम ने आगे कहा कि इस वैश्विक समस्या के बचने के लिए हम सभी को एक साथ मिलकर काम करना होगा। यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ CM विष्णुदेव साय का बड़ा ऐलान, लोगों को कराए जाएंगे रामलला के दर्शन, जानें क्या है प्लान?

मिलकर करना होगा क्लाइमेट चेंज का सामना 

इसके साथ ही सीएम साय ने 'छत्तीसगढ़ क्लाइमेट चेंज कॉन्क्लेव 2024' के आयोजन के लिए राज्य के वन विभाग समेत छत्तीसगढ़ स्टेट सेंटर फॉर क्लाइमेट चेंज के अधिकारियों-कर्मचारियों की तारीफ की और उन्हें शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि क्लाइमेट चेंज से आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ अहम भूमिका अदा रहा है, जो भविष्य में कार्ययोजनाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस कॉन्क्लेव में देश भर के विशेषज्ञों और पर्यावरणविदों शामिल हुए।


Topics:

---विज्ञापन---