Land For Job Scam: जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने इस मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। बता दें कि यह मामला तब का है जब संयुक्त प्रगतिशील मोर्चा (UPA) सरकार के दौरान लालू रेल मंत्री थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने राजद नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और 13 अन्य के खिलाफ जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में आरोप पत्र दायर किया है।
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सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में 23 सितंबर 2021 को प्रारंभिक जांच दर्ज की गई थी जिसे 18 मई को प्राथमिकी में बदला गया था।बता दें कि तीन हफ्ते पहले लालू यादव के करीबी भोला यादव को इस मामले में दिल्ली की स्पेशल कोर्ट से जमानत मिली थी। सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में भोला यादव को गिरफ्तार किया था। कथित घोटाले के वक्त भोला यादव लालू यादव के ओएसीडी थे।
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चार्जशीट में रेलवे के एख पूर्व महाप्रबंधक का भी नाम
सीबीआई की विशेष अदालत में दायर चार्जशीट में रेलवे के एक पूर्व महाप्रबंधक का नाम भी आरोपी के तौर पर है। जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, उम्मीदवारों को कथित तौर पर रेलवे अधिकारियों द्वारा अनुचित जल्दबाजी में आवेदन करने के तीन दिनों के भीतर समूह डी पदों पर विकल्प के रूप में नियुक्त किया गया था।
बाद में नौकरी पाने वालों ने स्वयं या उनके परिवार के सदस्यों ने अपनी जमीन ट्रांसफर की थी। सीबीआई ने आरोप लगाया कि राबड़ी देवी और बेटियों भारती और हेमा यादव के नाम दस्तावेजों के जरिए तबादले किए गए। केंद्रीय एजेंसी ने आरोप लगाया है कि पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट की जमीन प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान कर अधिग्रहित की थी।
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