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JDU के वरिष्ठ नेता कासिम अंसारी कौन? वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के बीच नीतीश कुमार को दिया झटका

बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले वक्फ संशोधन विधेयक का मामला तूल पकड़ा हुआ, जिसका नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने समर्थन किया। इसे लेकर जेडीयू में बगावत देखने को मिल रही है।

बिहार सीएम नीतीश कुमार।
लोकसभा में लंबी बहस के बाद देर रात वक्फ संशोधन बिल पास हो गया। इसके बाद इस विधेयक को राज्यसभा में पेश किया गया, जहां पक्ष और विपक्ष के नेता इस पर अपने-अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। एनडीए के घटक दल जनता दल यूनाइटेड ने इस बिल का समर्थन किया। सीएम नीतीश कुमार के इस फैसले के बाद जेडीयू में बगावत तेज हो गई। जदयू के वरिष्ठ नेता कासिम अंसारी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। आइए जानते हैं कि कौन हैं कासिम अंसारी?

कौन हैं कासिम अंसारी?

डॉ. मो. कासिम अंसारी जदयू के वरिष्ठ नेता हैं। वे चिकित्सा प्रकोष्ठ पूर्वी चंपारण के सह जिला प्रभारी हैं। पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में कासिम अंसारी ने ढाका विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल का समर्थन किया, जिसे लेकर कासिम अंसारी नाराज हैं। यह भी पढ़ें : वक्फ संशोधन विधेयक लंबी बहस के बाद देर रात लोकसभा में पास, जानें पक्ष-विपक्ष में रहे कितने वोट?

कासिम अंसारी ने दिया इस्तीफा

जदयू के वरिष्ठ नेता कासिम अंसारी ने गुरुवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और अन्य जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को अपना त्यागपत्र भेजा है। उनका इस्तीफा स्वीकार हुआ या नहीं, इसे लेकर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है।

कासिम अंसारी ने क्यों दिया त्यागपत्र?

कासिम अंसारी ने सीएम नीतीश कुमार को भेजे पत्र के जरिए कहा कि वक्फ संशोधन बिल भारतीय मुसलमानों के विरुद्ध है। जिस तरह से ललन सिंह ने लोकसभा में अपना वक्तव्य दिया और विधेयक का समर्थन किया, उससे वे काफी आघात हैं। सेकुलर विचारधारा की पार्टी जेडीयू ने बिल का सपोर्ट करते हुए मुसलमानों का यकीन तोड़ दिया। इसकी वजह से उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला लिया। यह भी पढ़ें : शाहबानो केस में क्या था आरिफ मोहम्मद खान का ऐतिहासिक भाषण? जिसका रविशंकर प्रसाद ने संसद में किया जिक्र


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