बिहार में चुनाव से पहले जमकर राजनीति हो रही है। अब विपक्ष और इंडिया गठबंधन का कहना है कि वे चुनाव आयोग के अध्यक्ष से मिलने के लिए समय मांग रहे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है। इसे लेकर तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग और सरकार पर जोरदार हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने कहा कि "इलेक्शन कमिश्नर मिस्टर इंडिया क्यों बने हुए हैं?"
'हमने ऐसा पहले कभी नहीं देखा'
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता पुनरीक्षण के मामले पर ANI से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लगातार अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ चुनाव आयोग से मिलने का अनुरोध कर रहे हैं, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस राज्य में चुनाव होने हैं, वहां विपक्ष अगर चुनाव आयोग से मिलना चाहता है, तो चुनाव आयोग उन्हें मिलने का समय नहीं दे रहा है। हमने ऐसा पहले कभी नहीं देखा। ये लोग लोकतंत्र को खत्म करने पर तुले हुए हैं और चुनाव आयोग संविधान की धज्जियां उड़ाने पर तुला हुआ है।
'चुनाव आयोग मोदी का आयोग बन गया'
राजद नेता ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने खुद चुनाव आयोग को पत्र लिखा है, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। हमने सुना है कि वे गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल से नहीं मिलेंगे, बल्कि हर पार्टी से अलग-अलग मिलेंगे। लेकिन क्यों? ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग मोदी का आयोग बन गया है। बीजेपी और नीतीश कुमार इस मुद्दे पर चुप हैं। वे हार रहे हैं, इसलिए चुनाव आयोग पीछे से उनकी मदद कर रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि चुनाव आयोग ने किसी राजनीतिक दल को समय नहीं दिया हो। वे एक राष्ट्र, एक चुनाव की बात करते हैं, लेकिन एक भी जगह चुनाव ठीक से नहीं होते, बेईमानी हो रही है। उनके पास हमारे सवालों का कोई जवाब नहीं है। चुनाव आयुक्त मिस्टर इंडिया क्यों बन गए हैं?
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तेजस्वी का कहना है कि आने वाले समय में प्रधानमंत्री मोदी बिहार में राष्ट्रपति शासन लगा देंगे और पूरी जिम्मेदारी अपने हाथ में ले लेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग कठपुतली बन गया है। यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है कि वोट का अधिकार छीना जा रहा है और चुनाव आयोग राजनीतिक दलों के साथ बैठक नहीं कर रहा है। न्याय कहां है?