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Bihar Bridge: बिहार में एक और पुल चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट, चालू होने से पहले धंसा मेंची नदी पर बना ब्रिज, देखें VIDEO

Bihar Bridge: बिहार में पुल भगवान भरोसे हैं। राज्यों में पुलों का गिरना और धंसना जारी है। ताजा मामला किशनगंज का है। गलगलिया और अररिया के बीच एनएच-327E पर गौरी बांव के पास मेंची नदी पर बने छह स्पेन (खंभा)वाले पुल का एक स्पेन धंस गया है। यह हाइवे 94 किमी लंबा है। इसके बाद […]

Bihar Bridge
Bihar Bridge: बिहार में पुल भगवान भरोसे हैं। राज्यों में पुलों का गिरना और धंसना जारी है। ताजा मामला किशनगंज का है। गलगलिया और अररिया के बीच एनएच-327E पर गौरी बांव के पास मेंची नदी पर बने छह स्पेन (खंभा)वाले पुल का एक स्पेन धंस गया है। यह हाइवे 94 किमी लंबा है। इसके बाद पुल के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा हो गया है। पुल का पिलर क्यों ढहा, इसके कारणों की जांच के लिए एक विशेषज्ञ टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है। यह पिछले तीन वर्षों में 11वां पुल ढहने की घटना है, जबकि 2023 में छठी घटना है। 4 जून को भागलपुर में सुल्तानगंज और खगड़िया जिले के सीमा पर बना 3.16 किलोमीटर लंबा चार लेन पुल ढह गया था। बिहार के एनएचएआई परियोजना निदेशक ने रिपोर्ट के आधार पर कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया है। यह पुल NH-327E सड़क के चौड़ीकरण परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य सिलीगुड़ी तक पहुंचने की दूरी को लगभग 80 किमी कम करना है।

1500 करोड़ की लागत से चौड़ा हो रहा हाइवे

एनएचएआई के परियोजना निदेशक अवधेश कुमार एक विशेषज्ञ टीम अनियमितताओं का पता लगाने के लिए साइट पर गई है और रिपोर्ट के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह मेची नदी पर एक निर्माणाधीन पुल है और इस पर कोई यातायात नहीं है। बिहार के अररिया को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से जोड़ने वाले जी आर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स द्वारा 1500 करोड़ की लागत से गलगलिया-अररिया के बीच NH-327E सड़क के चौड़ीकरण परियोजना के तहत इस पुल का निर्माण किया जा रहा है। यह सड़क NH-57 का एक विकल्प है, जिससे सिलीगुड़ी पहुंचने की दूरी लगभग 80 किलोमीटर कम हो जाती है। इस सड़क से सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर के अलावा किशनगंज और अररिया के हजारों लोगों को आवागमन में सुविधा होगी।

स्थानीय लोग ने उठाई जांच की मांग

स्थानीय लोगों ने पुल की गुणवत्ता पर चिंता जाहिर की है। कहा कि अगर इस पर यातायात होता तो यह एक गंभीर दुर्घटना होती। उन्होंने सभी पुलों की जांच की मांग उठाई है।

पहले भी हुए पुल ढहने के हादसे

16 मई को बिहार के पूर्णिया जिले के बैसी ब्लॉक के अंतर्गत दुमुहनी नदी पर एक निर्माणाधीन पुल (20.10 मीटर लंबा) कंक्रीटीकरण कार्य के कुछ घंटों बाद ढह गया। इसी तरह, 19 मार्च, 2923 को सारण जिले में महानदी पर एक पुल ढह जाने से दो लोग घायल हो गए। पत्थर से लदा ट्रक ट्रक पुल के ऊपर से गुजर रहा था, तभी पुल ढह गया, जिससे ट्रक का ड्राइवर और क्लीनर घायल हो गए। यह भी पढ़ें: Sabse Bada Sawal: पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष ने मिलाया हाथ, क्या दिल भी मिले?


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